मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून ने वर्ल्ड लंग डे पर ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया के प्रति जागरूकता फैलाने की महत्वपूर्ण पहल की
हरिद्वार: हर साल 25 सितंबर को वर्ल्ड लंग डे मनाया जाता है। इस अवसर पर, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, देहरादून, ने नींद से जुड़ी एक गंभीर लेकिन अक्सर अनदेखी की जाने वाली बीमारी – ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) को लेकर लोगों को जागरुक किया। यह एक गंभीर बीमारी है जिसको फेफड़ों और दिल का ‘साइलेंट […] The post वर्ल्ड लंग डे पर मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून, ने ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया के प्रति किया जागरुक… appeared first on Pahadi Khabarnama पहाड़ी खबरनामा.

मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून ने वर्ल्ड लंग डे पर ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया के प्रति जागरूकता फैलाने की महत्वपूर्ण पहल की
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हरिद्वार: हर साल 25 सितंबर को वर्ल्ड लंग डे मनाया जाता है। इस बार इस अवसर पर, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, देहरादून ने नींद से जुड़ी एक गंभीर बीमारी, जिसे हम ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) के नाम से जानते हैं, के बारे में लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया। यह बीमारी अक्सर अनदेखी की जाती है, जबकि यह फेफड़ों और दिल के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर सकती है।
ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया क्या है?
ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया एक जागरूकता की कमी वाले विकार है, जिसमें नींद के दौरान व्यक्ति का साँस लेना अचानक रुक जाता है। यह स्थिति न केवल नींद की गुणवत्ता को खराब करती है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस बीमारी के कारण व्यक्ति रात में बार-बार जागता है, जिससे दिन के समय अत्यधिक थकान और नींद की समस्या होती है। इसके अलावा, मरीजों को उच्च रक्तचाप, दिल की बिमारी और मधुमेह जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।
मैक्स हॉस्पिटल की जागरूकता पहल
मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून ने इस दिन को मनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई। अस्पताल के विशेषज्ञों ने इस बीमारी के लक्षण, कारण और उपचार के बारे में लोगों को जानकारी दी। इसके लिए विशेष कार्यशालाओं, सेमिनारों और समर्पित हेल्थ चेकअप कैंप्स का आयोजन किया गया।
डॉक्टरों ने इस बात पर जोर दिया कि समय पर पहचान और उपचार, ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया से लड़ने का सबसे प्रभावी तरीका है। इस सिलसिले में, अस्पताल ने जागरूकता सामग्री जैसे ब्रोशर, पोस्टर और डिजिटल मीडिया का उपयोग किया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जागरूकता ही उपचार का प्राथमिक कदम है। डॉ. स्नेहा पांडे, जो कि एक प्रमुख विशेषज्ञ हैं, ने कहा, "अगर लोग इस बीमारी के लक्षणों को पहचान लें, तो वे सही समय पर चिकित्सकीय सहायता ले सकते हैं, जिससे उनकी स्वास्थ्य जोखिम कम होगा।"
उन्होंने आगे कहा कि अस्वस्थ जीवनशैली, जैसे कि आलस्य, धूम्रपान और मोटापा, ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया के जोखिम को बढ़ाते हैं। इसलिए लोगों को स्वस्थ आदतों को अपनाने की सलाह दी गई।
उपचार के विकल्प
जिन्हें ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया का निदान होता है, उन्हें आवश्यक उपचार लेना चाहिए। डॉक्टरों की सलाह अनुसार, सीपीएपी (Continuous Positive Airway Pressure) मशीन का उपयोग करना, वजन कम करना और जीवनशैली में सुधार करना प्रारंभिक उपचार हैं।
इस समस्या को हल करने के लिए दवा और सर्जिकल विकल्प भी उपलब्ध हैं। समय पर उपचार न केवल नींद को बेहतर बनाता है, बल्कि अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचा सकता है।
समापन विचार
मैक्स हॉस्पिटल, देहरादून का यह प्रयास महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लोगों को ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया के प्रति जागरूक करने का एक अवसर प्रदान करता है। यह इस गंभीर बीमारी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करता है और हमारे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाता है।
कम शब्दों में कहें तो, जागरूकता का यह अभियान न केवल एक बीमारी को पहचानने में मदद करेगा, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
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टीम धर्म युद्ध,
साक्षी शर्मा