दुर्ग में फर्जी नियुक्तियों का मामला: खाद निरीक्षक और चपरासी पद पर आरोपी गिरफ्तार
एफएनएन, दुर्ग : छत्तीसगढ़ के दुर्ग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। खाद निरीक्षक, पर्यवेक्षक और चपरासी जैसे पदों पर फर्जी नियुक्ति आदेश देकर लाखों रुपए वसूलने वाले गिरोह का पर्दाफाश पुलगांव (अंजोरा) पुलिस ने किया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल […] The post खाद निरीक्षक और चपरासी पद पर फर्जी नियुक्ति आदेश देने वाले आरोपी गिरफ्तार appeared first on Front News Network.

दुर्ग में फर्जी नियुक्तियों का मामला: खाद निरीक्षक और चपरासी पद पर आरोपी गिरफ्तार
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कम शब्दों में कहें तो छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। पुलिस ने खाद निरीक्षक, पर्यवेक्षक और चपरासी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर फर्जी नियुक्ति आदेश जारी कर ठगी करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का खुलासा और ठगी का तरीका
एफएनएन, दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक बड़ा धोखाधड़ी मामला सामने आया है। पुलगांव (अंजोरा) पुलिस द्वारा फर्जी नियुक्ति आदेश देकर लाखों रुपए वसूलने वाले गिरोह का उद्भेदन किया गया है। इस गिरोह ने कई लोगों को निशाना बनाया, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ।
8 आवेदकों से 22 लाख की ठगी
दीपेश कुमार निषाद (26 वर्ष), निवासी महमरा ने 2 अक्टूबर को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया कि गांव के मनोज साहू ने अपने सहयोगियों मुकेश वर्मा और रजत वर्मा के साथ मिलकर उन्हें खाद निरीक्षक पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर 4 लाख रुपये की मांग की थी। आरोपियों ने ₹2 लाख नगद व ऑनलाइन माध्यम से लिए और फिर व्हाट्सएप पर फर्जी नियुक्ति आदेश भेजा।
हालिया जांच में यह भी पता चला है कि आरोपियों ने सिर्फ दीपेश से नहीं, बल्कि अन्य आवेदकों से भी लाखों रुपए वसूलकर फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किए हैं। कुल मिलाकर, इन सभी ने 8 आवेदकों से करीब 22 लाख रुपये की ठगी की है।
पुलिस का सख्त कदम
इस शिकायत के बाद पुलगांव (अंजोरा) पुलिस ने गंभीरता से कार्यवाही की। उन्होंने आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471, और 34 के तहत मामला दर्ज किया और आरोपियों की पहचान करने के तुरंत बाद उन्हें हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने फर्जी नियुक्ति आदेश बनाने के लिए पैसे वसूलने की बात स्वीकार की।
मुख्य आरोपी और उसके सहयोगी गिरफ्तार
इस गिरोह का मास्टरमाइंड मनोज कुमार साहू है, जिसके खिलाफ पुलिस ने कई दस्तावेजों के साथ फर्जी नियुक्ति पत्र और मोबाइल फोन जब्त किए हैं। इस गिरोह के अन्य दो महत्वपूर्ण सहयोगियों, रजत वर्मा और मुकेश वर्मा के पास से भी फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं। इसके अतिरिक्त, फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करने वाला टाइपिंग सेंटर संचालक महेश हिरावं भी गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों की सूची
- मनोज कुमार साहू (40 वर्ष), अंजोरा, पुलगांव
- रजत वर्मा (25 वर्ष), भिलाई नगर
- मुकेश वर्मा (53 वर्ष), भिलाई नगर
- महेश हिरावं (63 वर्ष), हरिनगर, मोहन नगर
पुलिस ने इन सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इस मामले का खुलासा करना पुलिस की एक बड़ी उपलब्धि है, जिससे लोगों को पता चलेगा कि ऐसे धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्कता अवश्य आवश्यक है।
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सादर,
टीम धर्म युद्ध
साक्षी शर्मा