DEW टनल: गुरुग्राम-दिल्ली का सफर हुआ आसान:सुबह 8 से रात 8 बजे तक होगा ट्रायल; एयरपोर्ट आने-जाने में राहत, जाम से मिलेगी निजात
दिल्ली गुरुग्राम के बीच नवनिर्मित एयरपोर्ट टनल पर अब पीक टाइम में भी वाहनों की आवाजाही शुरू की गई है। एनएचएआई, दिल्ली और गुरुग्राम पुलिस ने वाहन चालकों की डिमांड पर इस टनल का अब सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक यानि 12 घंटे ट्रायल करने का फैसला लिया है। इससे पीक टाइम में गुरुग्राम में लगने वाले जाम से राहत मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 के जरिए उत्तर हरियाणा के लोगों को भी जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। यूईआर-2 सोनीपत और सिंघू बॉर्डर के साथ साथ बहादुरगढ़ और दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे को भी कनेक्ट करता है। हरियाणा और पंजाब से आने वाले वाहन अब दिल्ली के जाम में फंसे बगैर सीधे गुरुग्राम आ सकेंगे। एक महीने के ट्रायल के बाद 3.5 किमी लंबी यशोभूमि-IGI एयरपोर्ट टनल और 2.2 किमी लंबी एयरपोर्ट-गुरुग्राम टनल स्थायी रूप से खोली जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे। विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस टनल को अत्याधुनिक तकनीक और सेफ्टी सुविधाओं से लैस किया है। जिसमें इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम,वेंटिलेशन, अग्निशमन व्यवस्था, CCTV निगरानी, नियंत्रण कक्ष, आपातकालीन निकासी मार्ग शामिल हैं। यहां एलईडी लाइट लगाई गई है। इसकी खासियत ये है कि भारी बारिश के दौरान भी इसमें जलभराव नहीं होगा। वाहन चालकों को 5 फायदे गुरुग्राम की नई पहचान द्वारका एक्सप्रेसवे टनल गुरुग्राम को एक स्मार्ट और कनेक्टेड शहर के रूप में नई पहचान देगी। ये टनल न केवल दैनिक यात्रियों, बल्कि व्यवसायियों, पर्यटकों और हवाई यात्रियों के लिए भी वरदान साबित होंगी। हाईटेक है टनल इसे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। यह हाईटेक टनल रंगपुरी, धौला कुआं, राव तुला राम मार्ग, द्वारका-गुरुग्राम और नेशनल हाईवे-48 पर ट्रैफिक के दबाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। खासकर पीक टाइम में जाम से राहत मिलेगी। इस बारे में एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि हाल में तीन घंटे के ट्रायल में जो कमियां सामने आई थी, उनको दूर कर लिया गया है। टनल की सुरक्षा सुविधाएं बेमिसाल हैं और दिल्ली- गुरुग्राम के बीच सफ सुरक्षित होगा। द्वारका एक्सप्रेस वे का हिस्सा दिल्ली और गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे को बनाया गया है। 29 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे का 19 किमी हिस्सा हरियाणा में है, जिसे पहले ही आम जनता के लिए खोला जा चुका है। एक्सप्रेसवे का शेष 10 किमी का हिस्सा दिल्ली के शिवमूर्ति चौक से हरियाणा की सीमा तक है। यह निर्माणाधीन हिस्सा अब पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है। इस हिस्से में 3.6 किमी का सेक्शन टनल और बाकी हिस्सा एलिवेटेड है। द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली के शिव मूर्ति चौक से गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल प्लाजा तक बनाया गया है। हरियाणा को होने वाला है फायदा गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद से दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों को इस टनल से काफी राहत मिलने वाली है। साथ ही सोनीपत, पानीपत और चंडीगढ़ जैसे नॉर्थ इंडिया के शहरों से भी एक अच्छी कनेक्टिविटी होने वाली है। दिल्ली के वसंत कुंज, द्वारका, अलीपुर जैसे इलाकों से एयरपोर्ट और NH-48 तक पहुंचना आसान हो जाएगा। ये नया रूट दिल्ली-NCR के ट्रैफिक को कम करेगा और लोगों का रोज का सफर ना केवल आसान होगा, बल्कि सुरक्षित और तेज भी होगा। कुल लंबाई 5.1 किमी नई 5.1 किलोमीटर लंबी सुरंग अब द्वारका एक्सप्रेसवे को सीधे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से जोड़ती है। इस प्रोजेक्ट से नेशनल हाईवे-48 (NH-48) पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और दिल्ली, गुरुग्राम, मानेसर, सोहना और जयपुर के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। अधिकारियों के मुताबिक, सुरंग में दो खास हिस्से हैं:

DEW टनल: गुरुग्राम-दिल्ली का सफर हुआ आसान
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दिल्ली और गुरुग्राम के बीच आने-जाने की यात्रा अब और भी सरल और सुलभ हो गई है। नवनिर्मित एयरपोर्ट टनल का उद्घाटन अब पीक टाइम में भी किया जाएगा। यह फैसला एनएचएआई, दिल्ली और गुरुग्राम पुलिस के द्वारा किया गया है। इस टनल का ट्रायल सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक यानी 12 घंटे तक किया जाएगा। इससे उम्मीद की जा रही है कि यातायात में कमी आएगी और गुरुग्राम में लगने वाले जाम से यात्रियों को राहत मिलेगी।
एनएचएआई की पहल और महत्व
एयरपोर्ट टनल का यह प्रोजेक्ट गुरुग्राम और दिल्ली के बीच ट्रैफिक की समस्या को हल करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह टनल अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 के माध्यम से उत्तर हरियाणा को भी जोड़ता है। यूईआर-2 सोनीपत और सिंघू बॉर्डर, बहादुरगढ़ और दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे को कनेक्ट करता है। इससे हरियाणा और पंजाब से आने वाले वाहन अब दिल्ली की जाम में फंसे बगैर सीधा गुरुग्राम पहुँच सकेंगे।
ट्रायल और भविष्य की योजनाएँ
एक महीने के ट्रायल के बाद, 3.5 किमी लंबी यशोभूमि-IGI एयरपोर्ट टनल और 2.2 किमी लंबी एयरपोर्ट-गुरुग्राम टनल को स्थायी रूप से खोला जाएगा। इस उद्घाटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। यह टनल आधुनिक तकनीक और सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम, वेंटिलेशन, अग्निशमन व्यवस्था, CCTV निगरानी, control room, और आपातकालीन निकासी मार्ग इसकी विशेषताओं में शामिल हैं।
गुरुग्राम और दिल्ली के लिए सुधार
गुरुग्राम को एक स्मार्ट और कनेक्टेड शहर के रूप में पहचान मिलने वाली है। यह टनल न केवल दैनिक यात्रियों, बल्कि व्यवसायियों, पर्यटकों और हवाई यात्रियों के लिए भी राहत साबित होगी। अधिकारियों का कहना है कि तीन घंटे के ट्रायल के दौरान जिमें कुछ कमियां सामने आई थीं, अब उनपर कार्य किया गया है।
निष्कर्ष
गुरुग्राम-दिल्ली एयरपोर्ट टनल का आगाज न केवल यात्रा को सरल बनाएगा, बल्कि एनसीआर के ट्रैफिक को भी कम करेगा। इसे देखने के लिए उत्सुक नागरिक अब बेसब्री से इसके स्थायी उद्घाटन का इंतजार कर रहे हैं। यात्रा की यह नई धारा निश्चित रूप से लोगों की जिंदगी को आसान बनाएगी और उनके सफर को सुरक्षित और तेज करेगी।
शोध और चिंतन: इस टनल के उद्घाटन से सम्बंधित शोध से पता चला है कि टनल यातायात को कम करने के साथ ही पर्यावरणीय लाभ भी देगी, क्योंकि यह अतिरिक्त ट्रैफिक कम करेगा और वायु प्रदूषण में कमी लाएगा।
लेखिका: स्नेहा शर्मा, खुशी गुप्ता, और रीना वर्मा
साइन ऑफ: टीम धर्मयुद्ध