दिल्ली चुनाव अपडेट्स:चुनाव आयोग बोला- भाजपा नेताओं द्वारा मारपीट के केजरीवाल के दावे से जुड़ी कोई शिकायत नहीं मिली
दिल्ली के चीफ इलेक्शन ऑफिसर (CEO) ने रविवार को कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगाए गए केजरीवाल के आरोपों को लेकर कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। केजरीवाल ने दावा किया था कि भाजपा कार्यकर्ता नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के वॉलंटियर्स को डराने और परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं। केजरीवाल ने चुनाव आयोग से इंडिपेंडेंट ऑब्जर्वर नियुक्त करने और पुलिस कार्रवाई की मांग की थी। इस पर दिल्ली CEO कार्यालय ने केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा कि डिस्ट्रिक्ट सिक्योरिटी ऑफिसर (DEO) और दिल्ली पुलिस ने इस मामले की जांच की, लेकिन ज्यादातर मामलों में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं मिली। इससे पहले, केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) को पत्र लिखकर आप कार्यकर्ताओं को सुरक्षा देने और पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की थी। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि इन पुलिस अधिकारियों ने भाजपा समर्थकों के हमले रोकने की कोशिश नहीं की।। दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग, 8 फरवरी को रिजल्ट दिल्ली में 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर वोटिंग होगी। वहीं, 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है।
दिल्ली चुनावों में हालिया घटनाक्रम के बीच, चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में भाजपा नेताओं द्वारा किसी भी प्रकार की मारपीट की शिकायत दर्ज नहीं हुई है। यह जानकारी चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता द्वारा साझा की गई है, जिसने इस बात पर जोर दिया कि सभी राजनीतिक दलों को चुनावी प्रक्रिया में स्वस्थ और सभ्यता भरा व्यवहार करना चाहिए।
केजरीवाल के आरोपों की पृष्ठभूमि
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक सार्वजनिक रैली में भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया था कि वे चुनाव प्रचार के दौरान चुनावी माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। केजरीवाल का कहना था कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थकों के साथ हिंसा की है। हालांकि, चुनाव आयोग ने इस मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए बताया कि अभी तक ऐसी कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है।
चुनाव आयोग का पत्र जारी
चुनाव आयोग ने इस संबंध में एक पत्र भी जारी किया है, जिसमें सभी पार्टियों से अपील की गई है कि वे इस चुनाव में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाये रखें। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि चुनाव के सही संचालन के लिए सभी दलों की जिम्मेदारी है। इसके साथ ही आयोग ने कहा है कि यदि कोई भी पार्टी या व्यक्ति इस तरह की गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
भाजपा ने केजरीवाल के आरोपों को अस्वीकार किया और कहा कि यह सिर्फ ध्यान भटकाने की एक चेष्टा है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग के हस्तक्षेप की सराहना की और उम्मीद जताई कि अभियान की उचित जांच होगी।
इस घटनाक्रम के बीच, दिल्ली चुनावों में राजनीतिक तापमान बढ़ता जा रहा है। सभी दल अपने-अपने एजेंडे के अनुसार अपने चुनावी प्रचार में तेजी ला रहे हैं। इस समय, सभी की निगाहें चुनाव आयोग के फैसलों और दिल्ली की राजनीति पर हैं।
चुनाव आयोग के इस बयान के बाद, आम जनता में भी चर्चा हो रही है कि क्या वास्तव में यह आरोप सही थे या सिर्फ चुनावी रणनीति का हिस्सा थे। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की घटनाओं में क्या मोड़ आता है।
दिल्ली की राजनीति में इस तरह के आरोप-प्रत्यारोप आम बात हैं, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि चुनावी प्रक्रिया का पालन सही तरीके से हो। चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करे।
अंत में, सभी राजनीतिक दलों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करें और चुनावों को बेहतरीन ढंग से संचालित करें। Keywords: दिल्ली चुनाव अपडेट्स, केजरीवाल भाजपा मारपीट आरोप, चुनाव आयोग बयान, दिल्ली चुनाव 2023, राजनीतिक घटनाक्रम दिल्ली, वोटिंग प्रक्रिया दिल्ली, आम आदमी पार्टी प्रतिक्रिया, भाजपा नेताओं का बयान, चुनावी हिंसा, दिल्ली चुनाव की तैयारी