दिल्ली चुनाव एग्जिट पोल:7 एग्जिट पोल में भाजपा को बहुमत, AAP की सीटें घटकर आधी रहने का अनुमान

दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल आने शुरू हो गए हैं। 7 एग्जिट पोल आए हैं। सभी में भाजपा को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। आम आदमी पार्टी (AAP) की सीटें आधी तक घटने का अनुमान जाहिर किया गया है। दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर बुधवार शाम 5 बजे तक 57.70% वोटिंग हो चुकी है। मतदान का वक्त 6 बजे खत्म हो चुका है, लेकिन लाइन में लगे लोगों के वोट पड़ रहे हैं। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित होंगे। सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत है। सट्टा बाजार के अनुमान के मुताबिक AAP की सीटें पिछले बार के मुकाबले घट सकती हैं, हालांकि सरकार केजरीवाल ही बनाएंगे। राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार ने AAP के 38-40, भाजपा के 30-32 और कांग्रेस के 0-1 सीट जीतने का अनुमान जताया है। दिल्ली चुनाव के एग्जिट पोल पिछले 3 विधानसभा चुनाव का एग्जिट पोल कितना सही रहा... एग्जिट पोल क्या होता है चुनाव के दौरान जनता का मूड जानने के लिए दो तरह के सर्वे किए जाते हैं। वोटिंग से पहले के सर्वे को ओपिनियन पोल कहते हैं। जबकि वोटिंग के दौरान होने वाले सर्वे को एग्जिट पोल कहा जाता है। आम तौर पर एग्जिट पोल के नतीजे आखिरी फेज की वोटिंग खत्म होने के एक घंटे बाद जारी किए जाते हैं। एग्जिट पोल करने वाली एजेंसियों के वॉलेंटियर वोटिंग के दिन वोटिंग बूथ पर मौजूद होते हैं। ये वॉलेंटियर वोट देकर लौट रहे लोगों से चुनाव से जुड़े सवाल पूछते हैं। वोटर्स के जवाब के आधार पर रिपोर्ट बनाई जाती है जिससे पता चले कि वोटर्स का रुझान किस तरफ ज्यादा है। इसी आधार पर चुनाव के नतीजों का अनुमान लगाया जाता है। लोकसभा चुनाव के समीकरण विधानसभा चुनाव में बदले लोकसभा चुनाव में दिल्ली की 7 सीटों पर AAP और कांग्रेस ने INDIA ब्लॉक में साथ रहते हुए लड़ा था। इसके तहत AAP ने 4 और कांग्रेस ने 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन सभी सात सीटों पर भाजपा ने कब्जा जमाया था। इन सभी सीटों पर भाजपा को कुल 54.7% जबकि INDIA ब्लॉक को 43.3% वोट मिला था। सभी सीटों पर जीत-हार का मार्जिन औसतन 1.35 लाख रहा था। अगर लोकसभा के नतीजों को विधानसभावार देखें तो भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है। भाजपा 52 विधानसभा सीटें जीत रही है। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने सातों सीटें जीतीं और 65 विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाई थी, लेकिन 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में AAP ने 62 सीटें जीतने में कामयाब रही। वहीं, भाजपा को सिर्फ 8 सीटें मिली थीं। इसी तरह 2014 की प्रचंड मोदी लहर में भाजपा सातों लोकसभा 7 सीटें जीतकर 60 विधानसभा सीटों पर आगे रही थी। लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 67 सीटें जीतीं और भाजपा 3 सीटों पर सिमट गई। विधानसभा चुनाव में करीब 18% स्विंग वोटर्स के किंगमेकर साबित होते हैं। दिल्ली चुनाव लोकसभा के करीब 9 महीने बाद होते हैं। इतने कम वक्त में ही वोटिंग ट्रेंड में बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। पिछले तीन विधानसभा और लोकसभा चुनावों का विश्लेषण करें तो स्विंग वोटर्स ही दिल्ली की सत्ता तय करते रहे हैं। AAP के अलावा किसी पार्टी का CM फेस घोषित नहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी के अलावा किसी भी पार्टी ने CM फेस घोषित नहीं किया है। AAP सत्ता में लौटी तो अरविंद केजरीवाल का मुख्यमंत्री बनना तय है। जबकि, भाजपा और कांग्रेस की ओर से तीन-तीन नाम चर्चा में हैं। हालांकि, कांग्रेस सरकार बनाती नहीं दिख रही है। भाजपा हमेशा मुख्यमंत्री को लेकर चौंकाती रही है, फिर भी आम लोगों के बीच प्रवेश वर्मा, रमेश बिधूड़ी और दुष्यंत गौतम के नाम की चर्चा है। वहीं, कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, पूर्व CM शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा मुख्यमंत्री पद के बड़े दावेदार हो सकते हैं। दिल्ली को मिल सकता है SC मुख्यमंत्री भाजपा की ओर से CM पद के लिए चर्चा में पहला नाम प्रवेश जाट समुदाय से आते हैं। दिल्ली के 364 में से 225 गांवों में जाटों की आबादी सबसे ज्यादा है। दिल्ली की करीब 50 सीटों पर ये असर डालते हैं, जबकि 20 सीटों पर हार-जीत का फैसला करते हैं। ऐसे में हरियाणा और पश्चिमी यूपी समेत अन्य राज्यों के जाटों साधने के लिए प्रवेश को मौका मिल सकता है। दूसरा नाम रमेश बिधूड़ी का है। वे गुर्जर समुदाय से आते हैं। जाट के बाद गुर्जर समुदाय की आबादी दिल्ली में सबसे ज्यादा है। गुर्जर दिल्ली की 9 सीटों पर असर डालते हैं। इनके अलावा तीसरा नाम दुष्यंत गौतम का है। वे SC समुदाय से आते हैं। देश में इस समय एक भी दलित मुख्यमंत्री नहीं है। ऐसे में भाजपा की सरकार बनने पर दुष्यंत गौतम को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। पार्टी के संकल्प पत्र (मैनिफेस्टो) का तीसरा पार्ट जारी करते समय अमित शाह ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को दलित CM देने का वादा किया था। 2 बार सरकार बनी। जेल गए, तब मौका था, फिर भी दलित CM नहीं बनाया।

दिल्ली चुनाव एग्जिट पोल:7 एग्जिट पोल में भाजपा को बहुमत, AAP की सीटें घटकर आधी रहने का अनुमान
दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल आने शुरू हो गए हैं। 7 एग्जिट पोल आए हैं। सभी में भाजपा को बहुमत

दिल्ली चुनाव एग्जिट पोल 2023: भाजपा को बहुमत, AAP की सीटें घटने का अनुमान

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2023 के एग्जिट पोल में एक बार फिर भाजपा का दबदबा देखने को मिल रहा है। यदि विभिन्न सर्वेक्षणों पर विश्वास किया जाए, तो भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) की सीटें घटकर आधी रहने का अनुमान है। यह चुनावी विश्लेषण राजनीतिक गलियारों में गर्म चर्चा का विषय बना हुआ है।

भाजपा की लहर और AAP का संघर्ष

इस बार के एग्जिट पोल में भाजपा को 40 से 48 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि AAP को केवल 22 से 26 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। पिछले चुनावों की तुलना में यह एक बड़ा बदलाव है, जिसमें AAP ने 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। चुनावी विशेषज्ञों का मानना है कि भाजपा की चुनावी रणनीतियाँ और केंद्रीय सरकार की योजनाओं का दिल्ली की जनता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

Favorable Factors for BJP

भाजपा के पक्ष में कई कारक हैं, जिनमें केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई विकासात्मक योजनाएँ और नागरिकों के लिए विभिन्न लाभकारी योजनाओं का असर शामिल है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सकारात्मक रीति-नीति और लोकप्रियता भी इस चुनाव में महत्वपूर्ण साबित हो रही है।

AAP की चुनौतियाँ

इसके विपरीत, AAP को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के भीतर आंतरिक मतभेद और कर्तव्यों की कमी ने उनके चुनावी अभियान को कमजोर किया है। इसके साथ ही, विभिन्न जन मुद्दों पर पार्टी का हल्का रुख भी जनता को प्रभावित कर रहा है। इस बार उनकी कार्यप्रणाली और मुद्दों को लेकर चिंतन आवश्यक हो चुका है।

कुल मिलाकर, दिल्ली चुनावों के ये एग्जिट पोल भाजपा के लिए उत्साहजनक स्थिति का संकेत दे रहे हैं और AAP को सावधान रहने की आवश्यकता है। इन परिणामों के संदर्भ में मतदान की सटीकता को जानने के लिए चुनावी नतीज़ों का इंतज़ार करना होगा।

इस चुनाव में भाग लेने वाली सभी पार्टियों का यह कहना है कि जनता का अहम मुद्दा विकास, सुरक्षा और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई है। हालांकि एग्जिट पोल का यह मतलब नहीं है कि अंतिम नतीजे भी यही होंगे। चुनाव परिणाम जानने के लिए सभी की नजरें 8 फरवरी पर रहेंगी।

इसलिए, अगर आप इस चुनाव के नतीजों की जानकारी चाहते हैं और समय-समय पर अपडेट पाना चाहते हैं, तो हमारे साथ रहें। News by dharmyuddh.com Keywords: दिल्ली चुनाव एग्जिट पोल 2023, भाजपा को बहुमत, AAP की सीटें घटने का अनुमान, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2023, पार्टी चुनावी अभियान, चुनावी रणनीतियाँ, प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता, जन मुद्दे, चुनाव परिणाम 2023, चुनावी नतीजें.