दिल्ली-पानीपत में 20 लग्जरी कारें चुराने वाला गिरफ्तार:दिल्ली पुलिस का कॉन्स्टेबल है मास्टरमाइंड, चोरी के लिए टैब में सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करता था
पानीपत पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पानीपत की 2 और दिल्ली की 18 वारदातों का खुलासा किया है। एवीटी सेल प्रभारी सब इंस्पेक्टर रोहताश व उनकी टीम ने गत सोमवार को सोनीपत के कामी चौक के पास से आरोपी असीम निवासी किठौर मेरठ यूपी को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने अपने साथी आरोपी सोनीपत के थारू गांव निवासी अजय, खुबडू गांव निवासी सुदीप धनखड़, सोनीपत निवासी गौरव, मेरठ यूपी के जीशोर गांव निवासी माजिद व काकौल गांव निवासी रिजवान के साथ मिलकर 5 फरवरी की रात को मॉडल टाउन स्थित एक घर के बाहर से फॉरच्यूनर कार चोरी करने की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की है। गिरोह में शामिल फरार आरोपी अजय दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात है। डीएसपी राजबीर सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने आरोपी को कोर्ट से 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। आरोपी ने खुलासा किया कि उसने और उसके साथियों ने पानीपत के देशवाल चौक के पास से एक हुंडई वेन्यू कार और दिल्ली में अलग-अलग जगहों से 18 कारें चुराई थीं। आरोपी पानीपत से हुंडई वेन्यू कार चुरा रहे थे, तभी बिंझौल गांव के पास उसका पेट्रोल खत्म हो गया और वे वेन्यू कार को वहीं छोड़कर भाग गए। पुलिस टीम ने कार बरामद कर ली है। गिरोह का एक आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुका गिरोह में शामिल आरोपी गौरव को 18 फरवरी को एवीटी सेल पुलिस टीम ने रिफाइनरी के पास से अवैध लोडेड देसी पिस्तौल और दिल्ली से चोरी की गई बलेनो कार के साथ गिरफ्तार किया था। रिमांड के दौरान आरोपी से दिल्ली से चोरी की गई एक और बरेजा कार बरामद की गई। चोरी की दो कारें, एक देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए गए। आरोपी आसीम ने जमानत पर आने के बाद दिल्ली पुलिस के सिपाही संग गिरोह बनाया पूछताछ में आरोपी आसीम से खुलासा हुआ उसको वाहन चोरी के मामलों में वर्ष 2024 में दिल्ली पुलिस की एटीएस सेल पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया था। सिपाही अजय भी एटीएस सेल टीम में तैनात था। तब अजय ने उससे दोस्ती कर कहा था। जेल से बाहर आने के बाद उससे मिल लेना। आरोपी आसीम अक्तूबर 2024 में जेल से जमानत पर बाहर आ गया। सिपाही अजय शार्टकट तरिके से मोटे पैसे कमाने के लिए आरोपी आसीम से मिला और दोनों ने उक्त साथी आरोपियों के साथ गिरोह बनाकर लग्जरी गाड़ी चोरी करनी शुरू कर दी। आरोपियों ने बीते 4 माह के दौरान पानीपत व दिल्ली में एकाएक कर लग्जरी गाड़ी चोरी की करने की उक्त 20 वारदातों को अंजाम दिया। टैब में सॉफ्टवेयर की मदद से स्टार्ट चोरी कर ले जाते थे आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ गिरोह के सभी आरोपी मिलकर रात के समय कार में सवार होकर निकलते थे और सेक्टर व कॉलोनियों में लग्जरी गाड़ी को ढूंढते। आरोपियों को जहां कहीं भी घर के बाहर लग्जरी गाड़ी खड़ी दिखाई देती पहले वहां आसपास की रेकी करते। इसके बाद गाड़ी के ड्राइवर साइड का शीशा पेचकश से तोड़कर टेब में सॉफ्टवेयर की मदद से गाड़ी को स्टार्ट कर चोरी कर ले जाते थे। आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए चोरी की गाड़ी में ही सवार होकर जाते थे। जंगी ऐप से करते थे आपस में बातचीत गाड़ी चोरी कर उसे कॉलोनियों में छिपाकर खड़ी कर देते थे। बाद में यूपी के मेरठ निवासी वसीम लोटी नाम के युवक को बेच देते थे। पानीपत से चोरी की फॉर्च्यूनर गाड़ी आरोपी अजय अपने साथ ले गया था। आरोपी आरोपी पुलिस पकड़ से बचने के लिए एक दूसरे से फोन में जंगी एप पर बात करते थे। आरोपी आसीम के खिलाफ दिल्ली व गुरुग्राम में पहले भी वाहन चोरी के 51 मामले दर्ज हैं।

दिल्ली-पानीपत में 20 लग्जरी कारें चुराने वाला गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने एक बड़े अपराध का पर्दाफाश करते हुए एक मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली-पानीपत के क्षेत्रों में 20 से अधिक लग्जरी कारों की चोरी में शामिल था। इस मामले का एक चौंकाने वाला पहलू यह है कि आरोपी स्वयं दिल्ली पुलिस का कॉन्स्टेबल है। समाचार के अनुसार, ये चोरी का काम बड़ी चतुराई से किया गया, जिसमें तकनीकी सहायता भी शामिल थी।
गिरफ्तारी की जानकारी
पुलिस ने जब इस मामले में जांच शुरू की, तो उन्हें पता चला कि आरोपी ने एक विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग किया था, जो उसे टैब पर विकसित किया गया था। इस सॉफ्टवेयर की सहायता से आरोपी ने कारों की लोकेशन ट्रेस करना और उन्हें चुराने के लिए संभावित जगहों का चयन करना आसान बना दिया। इस जुर्म में मुख्य रूप से स्थानीय गैंगों की मदद ली गई थी।
दिल्ली पुलिस की त्वरित कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और विशेष टीम गठित की। टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन की मदद से आरोपी के ठिकाने का पता लगाया गया। पुलिस ने आरोपी को धर दबोचा, जिससे आगे की जांच की प्रक्रिया को तेज किया जा सका। हालांकि यह मामला काफी गंभीर है, पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से क्षेत्र में अपराधों में कमी आएगी।
आगे की कार्रवाई
आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि उसे अन्य संदिग्धों के साथ भी जोड़ा जा सकता है, जो इस अपराध में शामिल हो सकते हैं। इस घटना ने दिल्ली के नागरिकों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इसलिए, सुरक्षा उपायों को अधिक प्रभावी बनाने के लिए पुलिस ने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
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निष्कर्ष
दिल्ली-पानीपत के इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कैसे तकनीकी साधन अपराधियों के हाथों में लग जाते हैं। हालांकि, दिल्ली पुलिस की सजगता और त्वरित कार्रवाई की सराहना की जानी चाहिए। Keywords: दिल्ली पुलिस कॉन्स्टेबल मास्टरमाइंड, लग्जरी कार चोरी समाचार, पानीपत में कार चोरी, दिल्ली पानीपत अपराध, दिल्ली में पुलिस गिरफ्तारी, टैब पर सॉफ्टवेयर चोरी, लग्जरी कारें चुराने वाला गिरफ्तार, अपराध बढ़ोतरी दिल्ली, तकनीकी साधनों से चोरी, पुलिस कार्रवाई पर समाचार