15 दिन के भीतर एक साथ दौड़ेंगी नमो भारत-मेट्रो:एनसीआरटीसी ने दी जानकारी, सीएम योगी दिखा सकते हैं हरी झंडी

मेरठ में रैपिड और मेट्रो ट्रेन के स्टेशन का काम लगभग पूरा हो गया है। एनसीआरटीसी के अधिकारी ट्रैक और स्टेशन का निरीक्षण कर चुके हैं। अब कभी भी दोनों ट्रेन को शहर के स्टेशनों से हरी झंडी दिखाई जा सकती है। एनसीआरटीसी की तरफ से मंगलवार शाम को इसकी जानकारी शेयर की गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ दोनों ट्रेन को हरी झंडी दिखाने आ सकते हैं। एनसीआरटीसी की तरफ से बताया गया है कि इंटरसिटी यानी दिल्ली से मेरठ को जोड़ने वाली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन नमो भारत और मेरठ शहर में चलने वाली मेरठ मेट्रो जल्द एक साथ दौड़ती नजर आएंगी। नमो भारत की अधिकतम ऑपरेशनल स्पीड 160 किमी प्रति घंटा है, जो फिलहाल दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक संचालित हो रही है। वहीं, देश की सबसे तेज मेट्रो मेरठ-मेट्रो की गति 120 किमी प्रति घंटा रहेगी। मेरठ मेट्रो साउथ से मोदीपुरम डिपो तक 13 स्टेशनों के बीच संचालित होगी। हर 10 मिनट में नमो भारत, 7 मिनट में मिलेगी मेट्रो नमो भारत और मेरठ मेट्रो दोनों की अनुकूलित समय-सारणी बनाई जाएगी। नमो भारत ट्रेन फिलहाल हर 15 मिनट में उपलब्ध है, जो सराय काले खां से मोदीपुरम तक के पूरे कॉरिडोर के संचालन के बाद 10 मिनट तक होने की संभावना है। मेरठ मेट्रो की फ्रीक्वेंसी लगभग 7 मिनट की रहेगी। ट्रेन शेड्यूल बनाते हुए एनसीआरटीसी ने यात्रियों की सुविधा का खास ध्यान रखा है। मेरठ में ऐसे स्टेशनों पर आइलैंड प्लेटफॉर्म की व्यवस्था की गई है, जहां मेरठ मेट्रो और नमो भारत का ठहराव होगा। एक तरफ नमो भारत और दूसरी तरफ मेरठ मेट्रो मिलेगी। यात्री नमो भारत से उतरकर मेट्रो पकड़ सकते हैं। यानि अगर किसी यात्री को मोदीनगर नॉर्थ से मेरठ नॉर्थ (मेट्रो स्टेशन) जाना है तो उसे बेगमपुल तक नमो भारत में सफर करना होगा और फिर इसी स्टेशन पर उतरकर अगली यात्रा मेट्रो में करनी होगी। बेगमपुल स्टेशन को बनाया गया है आईलैंड प्लेटफार्म बेगमपुल स्टेशन को इस तरह डिजाइन किया गया है, जहां आइलैंड प्लेटफॉर्म हैं। ऐसे में दोनों ही दिशा में जाने वाली ट्रेन के लिए सीढ़ी या लिफ्ट का इस्तेमाल किए बिना यात्री उसी प्लेटफॉर्म के दोनों तरफ से अपने ट्रेन पकड़ सकते हैं। आइलैंड प्लेटफॉर्म ऐसा होता है जिसके दोनों तरफ ट्रैक होते हैं। टिकट के लिए हालांकि उसे मोदीनगर नॉर्थ से सीधे मेरठ नॉर्थ का ही टिकट लेना होगा, यानी मेट्रो का टिकट अलग से लेने की जरूरत नहीं होगी। साथ ही एक ही दिशा में चलने वाली नमो भारत और मेट्रो इस तरह प्लेटफॉर्म पर आएंगी जिससे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर उतरकर दूसरी तरफ जाने की आवश्यकता नहीं होगी। उसी प्लेटफॉर्म के एक तरफ नमो भारत और एक तरफ मेरठ मेट्रो आएगी। टिकट के लिए स्टेशन पर काउंटर के अलावा वेंडिंग मशीन भी टिकट के लिए यात्रियों को स्टेशन पर काउंटर के अलावा टिकट वेंडिंग मशीन मिलेंगी, जिनसे वे कैश, कार्ड और यूपीआई से टिकट खरीद सकते हैं। इसके अलावा नमो भारत कनेक्ट एप से भी ट्रेन के टिकट खरीदे जा सकते हैं। इस एप पर ‘जर्नी प्लानर’ का फीचर भी दिया गया है जिससे यात्री सफर की जानकारी ले सकते हैं। नमो भारत कनेक्ट एप से दिल्ली मेट्रो का भी मिलेगा टिकट नमो भारत कनेक्ट एप से दिल्ली मेट्रो के टिकट भी खरीद सकते हैं, जिसके लिए एनसीआरटीसी ने डीएमआरसी के साथ साझेदारी की है। इसी तरह मेट्रो टिकट बुक करने के लिए DMRC मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करने वाले यात्री नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो के टिकट भी खरीद सकते हैं। एनसीआरटीसी ने आईआरसीटीसी के साथ भी समझौता किया है और जल्द ही आईआरसीटीसी एप के जरिए नमो भारत ट्रेनों के लिए टिकटिंग की जा सकेगी। नमो भारत में छह कोच, एक प्रीमियम, दूसरा महिलाओं के लिए आरक्षित नमो भारत ट्रेन में छह कोच उपलब्ध हैं, जिनमें पहला कोच (दिल्ली से मेरठ की ओर) प्रीमियम है और दूसरा कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है। वहीं, मेरठ मेट्रो में तीन कोच हैं और प्रत्येक कोच में महिलाओं, वृद्धजनों व दिव्यांगजनों के लिए सीटें आरक्षित हैं। नमो भारत और मेट्रो में काफी अंतर है। यात्रियों के पहचानने के लिए इनके बाहरी रंग को भी अलग किया गया है। नमो भारत में जहां बाहरी बॉडी पर मरून रंग की धारी है तो वहीं, मेट्रो पर पैरट ग्रीन (तोतई) रंग की धारी हैं। मेट्रो के दरवाजों पर भी धारियों जैसा ही रंग है और फ्रंट पर तिरंगा बना है। 82 किलोमीटर के कॉरिडोर में 16 नमो भारत के स्टेशन दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर की कुल लंबाई 82 किलोमीटर है, जिसमें 16 नमो भारत स्टेशन शामिल हैं। इसी खंड पर मेरठ साउथ से आगे मोदीपुरम डिपो तक 23 किलोमीटर में 13 स्टेशनों के साथ मेरठ मेट्रो का संचालन होगा। मेरठ मेट्रो से सभी स्टेशनों पर रुकते हुए ये दूरी लगभग 30 मिनट में पूरी हो जाएगी। मेरठ साउथ के बाद नमो भारत ट्रेन शताब्दी नगर, बेगमपुल (अंडरग्राउंड) और मोदीपुरम पर रुकेगी। नमो भारत और मेट्रो स्टेशनों को जहां भी संभव हो, भारतीय रेलवे के स्टेशनों, मेट्रो स्टेशनों और बस डिपो के साथ रणनीतिक रूप से जोड़ा गया है। यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए रणनीतिक रूप से मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशनों को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि यात्रियों को दोनों सेवाओं के बीच स्विच करना आसान होगा। मेरठ में नमो भारत के 4 स्टेशन मेरठ मेट्रो के लिए मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो स्टेशन हैं। इनमें से मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम पर नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों की सुविधा मिलेगी। मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपुल अंडरग्राउंड स्टेशन हैं, बाकी स्टेशन एलिवेटेड हैं। मोदीपुरम डिपो एट-ग्रेड स्टेशन है।

15 दिन के भीतर एक साथ दौड़ेंगी नमो भारत-मेट्रो:एनसीआरटीसी ने दी जानकारी, सीएम योगी दिखा सकते हैं हरी झंडी
मेरठ में रैपिड और मेट्रो ट्रेन के स्टेशन का काम लगभग पूरा हो गया है। एनसीआरटीसी के अधिकारी ट्रैक �

15 दिनों में चलेंगी नमो भारत और मेरठ मेट्रो: एनसीआरटीसी की घोषणा

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मेरठ में, रैपिड और मेट्रो ट्रेन के स्टेशनों का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। एनसीआरटीसी (नॉर्थ सेंट्रल रेलवे ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन) के अधिकारियों ने ट्रैक और स्टेशन का निरीक्षण किया है। अब, दोनों ट्रेनें शहर के स्टेशनों से हरी झंडी दिखाने के लिए तैयार हैं। इस संदर्भ में जानकारी देते हुए, एनसीआरटीसी ने मंगलवार को अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस अवसर पर उपस्थित रह सकते हैं।

नमो भारत की गति और मेट्रो का महत्व

जानकारी के अनुसार, "नमो भारत" नामक इंटरसिटी ट्रेन, जो दिल्ली से मेरठ को जोड़ती है, की अधिकतम ऑपरेशनल स्पीड 160 किमी प्रति घंटा है। फिलहाल, यह ट्रेन दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक संचालित हो रही है। वहीं, प्रदेश की सबसे तेज मेट्रो, मेरठ मेट्रो, जिसकी गति 120 किमी प्रति घंटा रहेगी, मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो के बीच 13 स्टेशनों पर चलने वाली है।

यात्रियों की सुविधा का ध्यान

एनसीआरटीसी ने आगामी ट्रेन सेवाओं के लिए एक अनुकूलित समय सारणी तैयार की है, जिसमें नमो भारत हर 10 मिनट में उपलब्ध होगी और मेरठ मेट्रो लगभग हर 7 मिनट में मिलेगी। यह यात्रियों के सुविधाजनक यात्रा अनुभव के लिए डिजाइन किया गया है। मेरठ में ऐसे आइलैंड प्लेटफार्म बनाने का कार्य किया गया है, जहां दोनों ट्रेनें रुकेंगी। इससे यात्री आसानी से एक प्लेटफार्म से दूसरी ट्रेन पर चढ़ सकेंगे।

टिकटिंग सिस्टम और तकनीकी जानकारी

यात्रियों को टिकट खरीदने के लिए स्टेशनों पर काउंटर और वेंडिंग मशीन मिलेंगी, जहां वे कैश, कार्ड या यूपीआई के माध्यम से टिकट खरीद सकते हैं। साथ ही, नमो भारत कनेक्ट एप के माध्यम से यात्राएं भी आसानी से प्लान की जा सकती हैं। एनसीआरटीसी ने आईआरसीटीसी के साथ एक समझौता किया है, जिससे नमो भारत ट्रेनों के लिए टिकटिंग की प्रक्रिया भी सुगम होगी।

नमो भारत और मेट्रो की विशिष्टताएँ

नमो भारत ट्रेन में 6 कोच होते हैं, जिनमें से एक प्रीमियम और दूसरा महिलाओं के लिए आरक्षित है। वहीं, मेरठ मेट्रो में प्रत्येक कोच में विशेष रूप से महिलाओं, वृद्धजनों और दिव्यांगजनों के लिए सीटें आरक्षित की गई हैं। दोनों सेवाओं के लिए अलग-अलग रंगों में बाहरी बॉडी डिज़ाइन की गई है, ताकि यात्री आसानी से पहचान सकें।

समाप्ति

नमो भारत और मेरठ मेट्रो के शुरू होने से मेरठ की यात्रा प्रणाली में एक नई उड़ान मिलेगी। दोनों सेवाओं के शुरू होने के बाद, यात्रियों को यात्रा में सुविधा और समय की बचत होगी। दोनों सेवाएं प्रभावी ढंग से यात्रा की सुविधा देंगी, जिससे नागरिकों के लिए रोजमर्रा की यात्रा सरल और सुगम हो जाएगी।

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