मुख्यमंत्री धामी ने ‘छात्रों की सतत भलाई: उच्च शिक्षा में सामूहिक जिम्मेदारी’ पुस्तक का विमोचन किया
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘सस्टेनेबल वेलनेस ऑफ स्टूडेंट्सः अ कलेक्टिव रिस्पॉन्सिबिलिटी इन हायर एजुकेशन‘ पुस्तक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों के मनोविज्ञान का ध्यान रखते हुए विद्यार्थी जीवन की चुनौतियों के समाधान की दिशा में विश्वविद्यालयों एवं उच्च शिक्षण संस्थाओं […] The post मुख्यमंत्री धामी ने ‘सस्टेनेबल वेलनेस ऑफ स्टूडेंट्सः अ कलेक्टिव रिस्पॉन्सिबिलिटी इन हायर एजुकेशन‘ पुस्तक का विमोचन किया appeared first on Pahadi Khabarnama पहाड़ी खबरनामा.

मुख्यमंत्री धामी ने ‘छात्रों की सतत भलाई: उच्च शिक्षा में सामूहिक जिम्मेदारी’ पुस्तक का विमोचन किया
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ‘छात्रों की सतत भलाई: उच्च शिक्षा में सामूहिक जिम्मेदारी’ पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक का मुख्य उद्देश्य छात्र-जीवन की चुनौतियों को समझना और उनके समाधान की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करना है, जिससे उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों के मनोविज्ञान का ध्यान रखा जा सके।
पुस्तक विमोचन के अवसर पर मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, "वर्तमान समय में शिक्षा केवल डिग्री हासिल करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह छात्रों के समग्र विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि छात्र न सिर्फ अकादमिक दृष्टिकोण से मजबूत हों, बल्कि उनके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाए।" उन्होंने सभी शैक्षणिक संस्थानों से अपील की कि वे इस पुस्तक में दिए गए सुझावों को अपनाएं ताकि छात्रों की भलाई सुनिश्चित की जा सके।
पुस्तक का महत्व और आवश्यकता
‘छात्रों की सतत भलाई’ पुस्तक एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों की भलाई को बढ़ावा देने के लिए नए दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है। यह पुस्तक शिक्षकों, प्रशासन, और नीति निर्माताओं को छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और वेलनेस के महत्व को समझाते हुए उनके सामने आने वाली समस्याओं का समाधान खोजने के लिए प्रेरित करती है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह समय है कि हम छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए शिक्षा को लेकर नया दृष्टिकोण अपनाएं।
शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में ठोस कदम
मुख्यमंत्री धामी ने उच्च शिक्षा के इस युग में छात्रों की सुरक्षा और कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी नीतियों के निर्माण की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों के समग्र विकास की जिम्मेदारी केवल शिक्षकों या प्रशासन की नहीं है, बल्कि यह सभी stakeholders की सामूहिक जिम्मेदारी है। शिक्षा प्रणाली का सुधार तभी संभव है जब हम सभी एक साथ मिलकर काम करें। इस दिशा में, इस पुस्तक का विमोचन एक महत्वपूर्ण कदम है।
छात्रों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की दिशा में
‘छात्रों की सतत भलाई’ पुस्तक केवल एक दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्र मानसिक स्वास्थ्य और भलाई को प्राथमिकता देती है। यह हमारे समाज की शिक्षा प्रणाली को विकसित करने और उसकी गुणवत्ता में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण संदर्भ बन सकती है। यह पहल छात्रों को सकारात्मक सोचने का अवसर प्रदान करती है, जिससे वे आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें। मुख्यमंत्री धामी का यह कदम उन सभी के लिए प्रेरणादायी है जो छात्रों के विकास में रुचि रखते हैं।
कम शब्दों में कहें तो, यह पुस्तक उच्च शिक्षा में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और भलाई की दिशा में एक ठोस योगदान है। छात्रों को एक सकारात्मक और सहायक वातावरण में जीने का अधिकार है, और यह पुस्तक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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घोषित किताब का उद्देश्य उच्च शिक्षा में छात्रों को मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के महत्व के प्रति जागरूक करना है। यह एक ऐसी दिशा में एक पहल है, जो छात्रों के लिए सकारात्मक मंथन का अवसर प्रदान करती है।