शाह बोले- गोली का जवाब गोले से मिलेगा:पाकिस्तान भूला कि भारत में 11 साल से मोदी सरकार; आज पहलगाम में उमर कैबिनेट की बैठक
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के नांदेड में सोमवार को कहा- ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को संदेश दिया कि भारतीय सेना, उसके लोगों और सीमा से जो भी टकराएगा, उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। अगर कोई हमला करता है तो गोली का जवाब गोला से दिया जाएगा। शाह ने कहा- पाकिस्तान ये भूल गया कि अब देश में 11 साल से नरेंद्र मोदी की सरकार है। आतंकियों ने उरी पर हमला किया, हमने सर्जिकल स्ट्राइक की। उन्होंने पुलवामा में हमला किया, हमने एयर स्ट्राइक की। अब पहलगाम में हमला किया तो ऑपरेशन सिंदूर के तहत उनके आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। उधर, जम्मू-कश्मीर सरकार की आज पहलगाम में स्पेशल कैबिनेट मीटिंग होगी। यह पहला मौका है जब उमर अब्दुल्ला सरकार की कैबिनेट बैठक ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर या शीतकालीन राजधानी जम्मू के अलावा कहीं और हो रही है। पहलगाम में ही 22 अप्रैल को आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 टूरिस्ट की हत्या कर दी थी। भारत-पाकिस्तान विवाद और ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े अपडेट पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...

शाह बोले- गोली का जवाब गोले से मिलेगा: पाकिस्तान भूला कि भारत में 11 साल से मोदी सरकार; आज पहलगाम में उमर कैबिनेट की बैठक
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को महाराष्ट्र के नांदेड में बोलते हुए साफ किया कि भारत की सुरक्षा नीति अब पहले से कहीं अधिक मजबूत और निर्णायक हो गई है। शाह ने कहा कि पाकिस्तान को यह याद रखना चाहिए कि भारतीय सेना अब हर हमले का मुँहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। यह टिप्पणी उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में की, जिसने आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सेना की प्रभावशीलता का प्रदर्शन किया।
ऑपरेशन सिंदूर का महत्व
अमित शाह ने अपने बयान में कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि जो भी भारत की सीमाओं को छूने की कोशिश करेगा, उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 11 साल से नरेंद्र मोदी सरकार ने सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के जरिए आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दिया है। उरी और पुलवामा हमलों के बाद की गई कार्रवाइयों का उल्लेख करते हुए, शाह ने कहा कि इस बार भी अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई हमला होता है, तो उसका जवाब गोले से दिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर में कैबिनेट मीटिंग
वहीं, जम्मू-कश्मीर सरकार ने आज पहलगाम में एक विशेष कैबिनेट मीटिंग का आयोजन किया है। यह पहली बार है जब उमर अब्दुल्ला की कैबिनेट बैठक ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर या शीतकालीन राजधानी जम्मू के बाहर हो रही है। यह सभा हाल में हुए आतंकवादी हमले के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, जिसमें धर्म पूछकर 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी।
भविष्य की रणनीतियां
बैठक में जम्मू-कश्मीर सरकार की सुरक्षा और विकास योजनाओं पर चर्चा की जाएगी। राजनीतिक विश्लेषक इसकी महत्ता को समझते हैं, यह देखते हुए कि यह बैठक एक संवेदनशील समय पर हो रही है। खुले दिल से संवाद और विकास योजनाओं की आवश्यकता है, ताकि स्थानीय समुदाय और पर्यटक दोनों का विश्वास वापस पाया जा सके।
निष्कर्ष
अमित शाह का यह बयान न केवल हमारे सुरक्षा बलों की क्षमताओं को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत राष्ट्र प्राथमिकता के साथ अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है। इस स्थिति का निरंतर अवलोकन करते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि मोदी सरकार की रणनीति आत्मनिर्भरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
भारत-पाकिस्तान विवाद और 'ऑपरेशन सिंदूर' से संबंधित अधिक अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजरिए।
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - dharmyuddh