कांवड़ यात्रा पर सीएम योगी का सख्त बयान, कहा - ‘उपद्रवी’ कहने वाले समझें धार्मिक भावनाएं
KNEWS DESK – सावन माह में चल रही कांवड़ यात्रा को लेकर सोशल मीडिया और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में हो रही आलोचनाओं पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने…

कांवड़ यात्रा पर सीएम योगी का सख्त बयान, कहा - ‘उपद्रवी’ कहने वाले समझें धार्मिक भावनाएं
KNEWS DESK – सावन के महीने में हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर सोशल मीडिया और विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में उठने वाली आलोचनाओं पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने उन लोगों पर तीखा हमला किया जो कांवड़ियों को 'उपद्रवी' बताने की हिम्मत कर रहे हैं। उनका कहना था, “लातों के भूत बातों से नहीं मानते।” उन्होंने स्पष्ट किया कि कांवड़ यात्रा एक प्राचीन धार्मिक परंपरा है जो सदियों से चली आ रही है और इसके प्रति सम्मान दिखाना चाहिए।
सीएम योगी का सार्वजनिक बयान
प्रेस कांफ्रेंस में बोलते हुए, सीएम योगी ने कहा, "कांवड़ियों को उपद्रवी कहना केवल गलत है, यह धार्मिक आस्था का अपमान भी है। जब श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में आते हैं, तो उन्हें स्वागत मिलना चाहिए। जो लोग इस पर सवाल उठाते हैं, उनका उद्देश्य सिर्फ समाज में अशांति फैलाना है।” इस प्रकार, उन्होंने कांवड़ियों के प्रति अपमानजनक टिप्पणियों को अस्वीकार्य ठहराया।
कांवड़ यात्रा का महत्व
कांवड़ यात्रा सावन के महीने में धार्मिक अर्चना और आस्था का एक प्रतीक है। इस यात्रा में लाखों भक्त भाग लेते हैं, जो गंगा जल को एकत्र कर हरिद्वार या अन्य शिवालयों में अर्पित करते हैं। यह केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह समाज में एकता और भाईचारे का माध्यम भी है। सीएम योगी ने इस यात्रा के दौरान भक्तों की सुरक्षा और सम्मान की जिम्मेदारी सरकार पर डाली है।
यात्रा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्थाएं
सीएम ने कांवड़ियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखने का आश्वासन देते हुए कहा, “रोजमर्रा की जिंदगी में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आने देंगे। कांवड़ियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने देंगे।” साथ ही उन्होंने प्रशासन को निर्देशित किया कि कांवड़ यात्रा के दौरान सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से, समय पर की जाएं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
हालांकि कांवड़ यात्रा को लेकर उठे विवादों पर सीएम योगी ने अपना स्पष्ट रुख रखा, विपक्ष ने अभी भी एक नकारात्मक रवैया बनाए रखा। उन्होंने यह आरोप लगाया कि भक्तों की सकारात्मक भावना को नजरअंदाज किया जा रहा है। इस संदर्भ में, सभी वर्गों से यह अपील की जा रही है कि वे कांवड़ियों के प्रति सहानुभूति और स्वीकृति दिखाएं।
निष्कर्ष
सीएम योगी का यह स्पष्ट बयान दर्शाता है कि धार्मिक आस्थाओं को सम्मान और सुरक्षा देना अत्यावश्यक है। कांवड़ियों के प्रति नकारात्मक टिप्पणी करने वालों को यह समझना होगा कि ये यात्रा केवल श्रवण नहीं, बल्कि आस्था का एक अद्भुत प्रतीक है। सरकार इस प्रकार की असंवेदनशीलता को सहन नहीं करेगी, और यही सबको समझना चाहिए।
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