हरियाणा के मुख्य सचिव दिल्ली रवाना:आज EC का कार्यभार संभालेंगे, कहा- 50 साल में पहली बार सरकारी दफ्तरों की सफाई हुई

हरियाणा के मुख्य सचिव विवेक जोशी आज दिल्ली में चुनाव आयुक्त (EC) के रूप में कार्यभार संभालेंगे। जोशी ने दिल्ली जॉइनिंग से पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के लिए अप्लाई किया है। जॉइनिंग से पहले मुख्य सचिव जोशी ने कहा, "यह घोषणा अप्रत्याशित थी, लेकिन अपने गृह कैडर में वापस आना, भले ही थोड़े समय के लिए, एक अच्छा अनुभव था। पिछले साल दिसंबर में शुरू किया गया 'स्वच्छ हरियाणा मिशन' मेरे दिल के बहुत करीब की पहल थी। उन्होंने कहा, राज्य भर के सरकारी कार्यालयों में 50 साल में पहली बार सफाई की गई और मुझे केंद्र से मिली सीख को लागू करने का अवसर मिला। संयोगवश, जोशी के भाई विनीत जोशी 1992 बैच के आईएएस अधिकारी हैं तथा वर्तमान में उच्च शिक्षा सचिव के पद पर कार्यरत हैं। जोशी EC बनने वाले हरियाणा के तीसरे अधिकारी डॉ विवेक जोशी भारतीय चुनाव आयोग में नियुक्त होने वाले हरियाणा कैडर के तीसरे अधिकारी हैं। पहले 1971 बैच के अधिकारी एसवाई कुरैशी थे, जो बाद में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) बने, उसके बाद 1980 बैच के अधिकारी अशोक लवासा थे, जिन्होंने अपनी नियुक्ति के तुरंत बाद इस्तीफा दे दिया था। 2029 का चुनाव कराएंगे प्रधानमंत्री के अधीन भारत के महापंजीयक (गृह मंत्रालय) और सचिव, डीओपीटी (कार्मिक) के रूप में कार्य करने के बाद, जोशी को पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की गुड बुक में से एक माना जाता है। सूत्रों से पता चलता है कि उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका के लिए खुद चुना गया है, क्योंकि 2029 का आम चुनाव उनके नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल जनवरी 2029 में समाप्त हो रहा है और चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू 2028 में सेवानिवृत्त हो रहे हैं, ऐसे में जोशी चुनावी प्रक्रिया को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। रस्तोगी मुख्य सचिव के रूप में जोशी का स्थान ले सकते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कमेटी द्वारा उनका चयन किए जाने के बाद अब हरियाणा में उनके उत्तराधिकारी पर ध्यान केंद्रित हो गया है। 1990 बैच के आईएएस अधिकारी अनुराग रस्तोगी इस पद के लिए सबसे आगे चल रहे हैं। जल्द ही एक स्पष्ट तस्वीर सामने आने की उम्मीद है, जिसमें अनुराग रस्तोगी वर्तमान में वित्त आयुक्त, राजस्व और अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस), वित्त, प्रमुख दावेदार हैं। इसलिए रस्तोगी की दावेदारी मजबूत पिछले साल 31 अक्टूबर को टीवीएसएन प्रसाद के सेवानिवृत्त होने के बाद रस्तोगी ने तीन दिनों के लिए मुख्य सचिव के रूप में कार्य किया, इससे पहले 4 नवंबर को जोशी ने कार्यभार संभाला था। 1990 बैच के आईएएस अधिकारियों के बीच वरिष्ठता विवाद के बावजूद, सरकार ने विवाद को अलग रखा और रस्तोगी को वित्त आयुक्त, राजस्व की भूमिका सौंपी - मुख्य सचिव के बाद सबसे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा संभाला जाने वाला एक प्रमुख पद। 1990 बैच के अधिकारियों के बीच सिनियोरिटी विवाद 1990 बैच के आईएएस अधिकारियों के बीच वरिष्ठता का मुद्दा विवाद का विषय रहा है, अंकुर गुप्ता, अनुराग रस्तोगी और राजा शेखर वुंडरू ने मौजूदा ग्रेडेशन सूची को चुनौती दी है। उन्होंने तर्क दिया कि वरिष्ठ के रूप में सूचीबद्ध सुधीर राजपाल और सुमिता मिश्रा को वास्तव में नीचे रैंक किया जाना चाहिए क्योंकि वे क्रमशः हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर से स्थानांतरित हुए थे।गुप्ता सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि राजपाल और मिश्रा वर्तमान में क्रमशः एसीएस, स्वास्थ्य और एसीएस, गृह के पद पर कार्यरत हैं। जोशी के जाने से ये होगा फेरबदल डॉ विवेक जोशी के दिल्ली जाने से हरियाणा की टॉप ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल होगा। यदि रस्तोगी को मुख्य सचिव नियुक्त किया जाता है, तो प्रमुख विभागों में फेरबदल होगा, क्योंकि राजस्व और वित्त में उनकी मौजूदा भूमिका को फिर से सौंपना होगा। उम्मीद है कि सरकार आने वाले दिनों में जोशी के उत्तराधिकारी को अंतिम रूप देगी।

हरियाणा के मुख्य सचिव दिल्ली रवाना:आज EC का कार्यभार संभालेंगे, कहा- 50 साल में पहली बार सरकारी दफ्तरों की सफाई हुई
हरियाणा के मुख्य सचिव विवेक जोशी आज दिल्ली में चुनाव आयुक्त (EC) के रूप में कार्यभार संभालेंगे। जोश

हरियाणा के मुख्य सचिव दिल्ली रवाना: आज EC का कार्यभार संभालेंगे

हरियाणा के मुख्य सचिव ने आज दिल्ली के लिए उड़ान भर दी है, जहाँ वह चुनाव आयोग (EC) का कार्यभार संभालेंगे। यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि यह पहली बार है जब सरकारी दफ्तरों की सफाई का सर्वेक्षण 50 वर्षों में किया जा रहा है। यह कदम प्रशासनिक पारदर्शिता और संक्षिप्तता के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।

सरकारी दफ्तरों की सफाई: पहली बार 50 वर्षों में

मुख्य सचिव ने इस प्रक्रिया को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह सफाई सिर्फ शारीरिक सफाई नहीं है, बल्कि यह कार्यप्रणाली में सुधार लाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। सरकारी दफ्तरों की सफाई के परिणामस्वरूप कार्य दक्षता में बढ़ोत्तरी की उम्मीद की जा रही है। यह प्रक्रिया न केवल मंत्री स्तर से शुरू की गई है, बल्कि नीचे के स्तर तक इसे लागू किया जा रहा है।

चुनाव आयोग का कार्यभार ग्रहण करना

मुख्य सचिव के लिए चुनाव आयोग का कार्यभार संभालना एक बड़ी जिम्मेदारी है। यह चुनाव प्रक्रिया की देखरेख करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिससे कि चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र हो सकें। आयोग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी प्रक्रियाएँ पारदर्शितापूर्वक चलें और नागरिकों का विश्वास बना रहे।

भविष्य की योजनाएँ और अपेक्षाएँ

हरियाणा के मुख्य सचिव ने इस सफाई अभियान को अन्य प्रदेशों में भी विस्तारित करने की योजना बनाई है। उनका मानना है कि यह न केवल हरियाणा में, बल्कि पूरे देश में सरकारी कार्यों की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करेगा। आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्रों में सरकारी कार्यों को पारदर्शी और उत्तरदायी बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

सारांश में, हरियाणा के मुख्य सचिव का दिल्ली रवाना होना और चुनाव आयोग का कार्यभार संभालना, सरकारी कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए एक सकारात्मक पहल है।

News By dharmyuddh.com Keywords: हरियाणा मुख्य सचिव, दिल्ली चुनाव आयोग, सरकारी दफ्तर सफाई, 50 वर्षों की सफाई, प्रशासनिक सुधार, चुनाव प्रक्रिया, सरकारी कार्य दक्षता, पारदर्शिता, उत्तरदायित्व, हरियाणा सरकार।