आपदा प्रभावितों को दी गई राज्य आपदा मोचन निधि व मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत आर्थिक सहायता
पौड़ी गढ़वाल: मुख्यमंत्री ने आपदाग्रस्त क्षेत्र के भ्रमण के दौरान आपदा के कारण पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त ग्राम सैंजी के 15 परिवारों/भवन स्वामियों – प्रभा देवी, नीलम सिंह भण्डारी, भगत सिंह भण्डारी, पवन सिंह भण्डारी, विमला देवी, शाखा देवी, पवेली देवी, विमल सिंह, दीवान सिंह, रविन्द्र सिंह, जसवंत सिंह, गोपाल सिंह, मनोज सिंह, कृपाल सिंह […] The post आपदा प्रभावितों को दी गई राज्य आपदा मोचन निधि व मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत आर्थिक सहायता appeared first on Pahadi Khabarnama पहाड़ी खबरनामा.

आपदा प्रभावितों को दी गई राज्य आपदा मोचन निधि व मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत आर्थिक सहायता
पौड़ी गढ़वाल: हाल ही में मुख्यमंत्री ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करते समय ग्राम सैंजी के उन 15 परिवारों को आर्थिक सहायता दी, जिन्हें प्राकृतिक आपदा के कारण अपने घरों को पूरी तरह खोना पड़ा। इस सहायता के तहत राहत राशि प्रदान की गई, जो राज्य आपदा मोचन निधि और मुख्यमंत्री राहत कोष से प्राप्त की गई है।
क्षेत्र का दौरा और प्रभावित परिवारों की पहचान
मुख्यमंत्री ने सैंजी गांव में पहुँचकर प्रभावित परिवारों के साथ साक्षात्कार किया, जहाँ उन्होंने प्रभा देवी, नीलम सिंह भण्डारी, भगत सिंह भण्डारी, पवन सिंह भण्डारी जैसे कई अन्य परिवारों की कहानी सुनी। ये परिवार बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं के कारण अपनी संपत्ति और आश्रय खो चुके हैं। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए संकल्पित है और यह आर्थिक सहायता उन परिवारों के लिए एक संजीवनी है।
राज्य आपदा मोचन निधि की महत्वता
राज्य आपदा मोचन निधि (SDRF) की स्थापना राज्य द्वारा आपदा राहत के लिए कर दी गई है, जो प्रभावित लोगों को तात्कालिक सहायता प्रदान करती है। इसके तहत, विभिन्न प्रकार की आपदाओं से प्रभावित लोगों की आर्थिक सहायता की जाती है। मुख्यमंत्री राहत कोष भी इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके माध्यम से, गम्भीर रूप से प्रभावित व्यक्तियों को त्वरित सहायता दी जाती है।
आर्थिक सहायता का प्रभाव
विभागीय अधिकारियों का मानना है कि इस तरह की आर्थिक सहायता से प्रभावित क्षेत्रों में न केवल तत्काल राहत मिलती है, बल्कि यह पुनर्वास की प्रक्रिया को भी तेजी प्रदान करता है। साथ ही, इससे प्रभावित व्यक्तियों का मनोबल भी बढ़ता है, जो संकट के समय में बेहद आवश्यक है।
भविष्य की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने आने वाले समय में और अधिक सहायता योजनाएं लागू करने की योजना का जिक्र किया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिया है कि भविष्य में भी प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव में कमी लाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। इसके तहत, इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और आपदा प्रबंधन शिक्षा पर जोर दिया जाएगा।
सम्पूर्ण प्रदेश में जारी इस राहत कार्य के तहत, प्रभावित परिवारों को शीघ्र ही और अधिक सहायता प्रदान करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए विभिन्न संगठनों और सरकारी विभागों के बीच समन्वय बढ़ाना आवश्यक है।
निष्कर्ष
राज्य सरकार की ओर से यह राहत कार्य एक उम्मीद की किरण है उन सभी परिवारों के लिए जो इस प्राकृतिक आपदा में नुकसान के शिकार हुए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई यह पहल न केवल तात्कालिक राहत प्रदान करती है, बल्कि इसके माध्यम से राज्य सरकार का उद्देश्य एक मजबूत भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाना है।
इसलिए, प्रभावित व्यक्तियों को सहायता देने के साथ-साथ, समाज में जागरूकता और समर्थन की आवश्यकता है ताकि हम सभी मिलकर इस संकट के समय में एक-दूसरे का सहारा बन सकें।
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लेखिका: प्रिया शर्मा, सुमन वाघेला और टीम धर्मयुद्ध