केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के घर को बम से उड़ाने की मिली धमकी, कुछ ही घंटों में आरोपी गिरफ्तार
एफएनएन, नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर स्थित घर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई, जो बाद में झूठी निकली. नागपुर पुलिस ने रविवार को धमकी देने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी व्यक्ति ने रविवार सुबह शहर के पुलिस नियंत्रण कक्ष (PCR) के इमरजेंसी नंबर 112 पर […] The post केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के घर को बम से उड़ाने की मिली धमकी, कुछ ही घंटों में आरोपी गिरफ्तार appeared first on Front News Network.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के घर को बम से उड़ाने की मिली धमकी, कुछ ही घंटों में आरोपी गिरफ्तार
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एफएनएन, नागपुर: हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर स्थित आवास को बम से उड़ाने की धमकी मिली, जिससे शहर में हड़कंप मच गया। हालांकि, यह धमकी बाद में झूठी साबित हुई। कर्मचारियों ने रविवार को संबंधित व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया, जिससे नागरिकों में आश्वस्ति आई।
धमकी और त्वरित कार्रवाई
रविवार की सुबह, एक व्यक्ति ने नागपुर पुलिस नियंत्रण कक्ष (PCR) के इमरजेंसी नंबर 112 पर कॉल करके नितिन गडकरी के घर को बम से उड़ाने की धमकी दी। इस कॉल के बाद पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत जाँच शुरू कर दी। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने कॉल के मोबाइल नंबर का पता लगाया, जिससे उन्हें आरोपी का नाम और पता मिला।
आरोपी का पता लगाने की प्रक्रिया
जांच के दौरान पुलिस ने अन्वेषण किया और पता लगाया कि फोन नंबर नागपुर के सक्करदरा इलाके में विमा दवाखाना के पास निवास करने वाले उमेश विष्णु राउत के नाम पर पंजीकृत है। पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की और राउत को उसी इलाके से हिरासत में लिया। प्रारंभिक पूछताछ के बाद, पुलिस ने औपचारिक रूप से उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की पृष्ठभूमि और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, उमेश राउत एक देसी शराब की दुकान पर काम करता है। उन्होंने यह भी कहा कि बम की धमकी देने वाली कॉल झूठी निकली है। हालांकि, पुलिस ने राउत के पिछले रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है ताकि यह आभास हो सके कि क्या उसके पास पहले से कोई ऐसी शरारत का इतिहास है। इस मामले में राउत के खिलाफ औपचारिक मामला दर्ज किया गया है।
क्या था धमकी देने का मकसद?
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस घटित स्थिति की गंभीरता को समझते हुए आगे की जांच के निर्देश दिए हैं। यह जानना महत्वपूर्ण होगा कि राउत ने इस धमकी को देने का क्या उद्देश्य रखा था। क्या यह सिर्फ एक शरारत थी, या इसके पीछे कोई अन्य मंशा थी, इस विषय में गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है।
इस घटना से न केवल गडकरी के परिवार में बल्कि पूरे नागपुर में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है। नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है, और ऐसे मामलों में त्वरित प्रतिक्रिया अत्यंत आवश्यक है।
निष्कर्ष
इस तरह की धमकियों का सामना करना सरकार और प्रशासन के लिए एक चुनौती है। हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर दिखा दिया है कि सुरक्षा बल स्वयं को संचालित करने में सक्षम हैं। हम सभी को ऐसे मामलों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध कॉल की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को देनी चाहिए।
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