राज्य सरकार ने हरेला पर्व पर प्रदेश भर में 5 लाख पौधे रोपने का रखा लक्ष्य

एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड के आज लोकपर्व हरेला मनाया जा रहा है. इसके साथ आज से लोकपर्व हरेला मनाने की शुरुआत भी हो गई है. राज्य सरकार ने हरेला पर्व पर प्रदेश भर में आज 5 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा है. गढ़वाल मंडल में 3 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य है तो कुमाऊं मंडल […] The post राज्य सरकार ने हरेला पर्व पर प्रदेश भर में 5 लाख पौधे रोपने का रखा लक्ष्य appeared first on Front News Network.

राज्य सरकार ने हरेला पर्व पर प्रदेश भर में 5 लाख पौधे रोपने का रखा लक्ष्य
एफएनएन, देहरादून : उत्तराखंड के आज लोकपर्व हरेला मनाया जा रहा है. इसके साथ आज से लोकपर्व हरेला मना�

राज्य सरकार ने हरेला पर्व पर प्रदेश भर में 5 लाख पौधे रोपने का रखा लक्ष्य

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - dharmyuddh. एफएनएन, देहरादून: उत्तराखंड में हरेला पर्व का उत्सव आज धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में 5 लाख पौधे लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में क्रमशः 3 लाख और 2 लाख पौधे लगाने की योजना है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जिसके माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक नई पहल की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने रुद्राक्ष का पौधा रोपा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य समारोह में भाग लेते हुए गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज के परिसर में रुद्राक्ष का पौधा रोपा। उनके साथ वन मंत्री सुबोध उनियाल और कृषि मंत्री गणेश जोशी भी मौजूद थे। इस अवसर पर उन्होंने हरेला पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि यह पर्व प्रकृति पूजन और पर्यावरण संरक्षण की परंपरा को जीवित रखने का एक माध्यम है।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम

सीएम धामी ने आगे कहा, "आज का दिन बहुत ही शुभ है। पेड़ लगाना और उनका संरक्षण करना सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। हम उत्तराखंड के वन और जल स्रोतों के संरक्षण के लिए संकल्पित हैं।" इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए "एक पेड़, मां के नाम" अभियान की भी चर्चा की, जो इस वर्ष में देशभर में करोड़ों पेड़ लगाने का लक्ष्य रखता है।

उत्तराखंड का वन क्षेत्र और सरकार की योजनाएं

देवभूमि उत्तराखंड अपने 70 फीसदी भूभाग के वनों से आच्छादित होने के लिए जाना जाता है। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को देखते हुए, राज्य सरकार ने ग्रॉस एनवायरमेंट प्रोडक्ट की शुरुआत की है, ताकि यह आकलन किया जा सके कि उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कितना प्रगति कर रहा है।

निष्कर्ष

इस तरह की पहलों से न केवल पर्यावरण को संरक्षित करने में मदद मिलेगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक हरित और सुरक्षित वातावरण तैयार किया जा सकेगा। हरेला पर्व पर 5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य केवल एक शुरुआत है, जो अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा का काम कर सकता है। यह देखने के लिए उत्सुकता है कि उत्तराखंड सरकार अपनी योजनाओं को कैसे सफल बनाती है।

अंत में, यह हमारे लिए आवश्यक है कि हम सभी मिलकर इन पहलों को समर्थन दें और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का पालन करें।

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