धार्मिक स्थल खाटूश्याम मंदिर के पास श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडों से हमला
सीकर/देहरादून। राजस्थान के सीकर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खाटू श्याम जी में श्याम कुंड के पास श्रद्धालुओं के साथ दुकानदारों ने लाठी डंडों से जमकर मारपीट की। खाटू श्याम मंदिर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, यहां बारिश से बचने दुकान में घुसे श्रद्धालुओं को दुकानदारों ने लाठी, डंडों से पीटा। मध्यप्रदेश से […] The post धार्मिक स्थल खाटूश्याम मंदिर के पास श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडों से हमला appeared first on The Lifeline Today : हिंदी न्यूज़ पोर्टल.

धार्मिक स्थल खाटूश्याम मंदिर के पास श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडों से हमला
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सीकर/देहरादून। राजस्थान के सीकर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खाटू श्याम जी में श्याम कुंड के पास श्रद्धालुओं के साथ दुकानदारों ने लाठी डंडों से जमकर मारपीट की। हाल ही में यहां एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां बारिश से बचने एक दुकान में घुसे श्रद्धालुओं को दुकानदारों ने लाठी और डंडों से पीटा। मध्य प्रदेश से आए श्रद्धालुओं का बाबा श्याम के दर्शन करने का इरादा था, लेकिन इस नृशंस हमले ने उनकी आस्था को झकझोर दिया।
मारपीट की घटना का ब्योरा
रविवार, 11 जुलाई को खाटू श्याम जी में तेज बारिश हुई। इसी दौरान उज्जैन मध्य प्रदेश से दर्शन करने आए श्रद्धालु श्याम कुंड के पास स्थित दुकान नंबर दो में बारिश से बचने के लिए रुक गए। श्रद्धालुओं ने दुकानदार से अंदर रुकने की इजाजत मांगी, लेकिन दुकानदार ने मना कर दिया। इसके बाद, दुकानदार और उनके कर्मचारियों ने हल्की-फुल्की नोकझोंक के बाद श्रद्धालुओं पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया।
महिलाएं और बच्चे भी बने शिकार
इस घटना में केवल पुरुष श्रद्धालु ही नहीं बल्कि महिलाएं और बच्चे भी घायल हुए। श्रद्धालुओं के अनुसार, दुकानदारों ने बिना किसी दया के उन पर लाठियां चलाईं और यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा। कुछ महिलाओं ने तो अपने शरीर पर लगे चोटों के निशान भी दिखाए। यह सब कुछ एक कैद में कैद होने के बाद हुआ, जिससे हर कोई आहत और आक्रोशित हो गया। इस दर्दनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे लोग इस हमले की निंदा कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार दुकानदारों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। श्रद्धालुओं का कहना है कि उनकी आस्था को इस तरह की हिंसा से गहरा धक्का लगा है। उन्होंने धार्मिक स्थलों पर ऐसी हिंसा की कड़ी निंदा की है और सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की है।
इस तरह की घटनाओं पर चर्चा
यह घटना उन लोगों के लिए एक गंभीर चेतावनी है, जो धार्मिक स्थलों पर आस्था के साथ जाते हैं। ऐसे स्थानों पर श्रद्धालुओं को सुरक्षित महसूस करना चाहिए। दुकानदारों की इस नृशंसता ने यह सवाल उठाया है कि क्या धार्मिक स्थलों पर भी संवेदनशीलता और धैर्य जरूरी हैं? यह घटना हमें बताती है कि हमारी आस्था को कोई नुकसान न पहुंचाए।
इस प्रकार की घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि समाज में सहिष्णुता और एकता की आवश्यकता है। हम सभी को यह समझना होगा कि धार्मिक स्थलों पर केवल श्रद्धा का आदान-प्रदान होना चाहिए, न कि हिंसा का।
आप सभी से अनुरोध है कि इस घटना के बारे में अपनी राय व्यक्त करें और हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर इसे साझा करें।
फिर भी, पुलिस की कार्रवाई के बाद क्या विश्वास बहाली संभव है, या हमें अपनी आस्था के लिए एक बार फिर से जूझना पड़ेगा? इस मामले में आपका क्या विचार है, हम आपके विचारों का स्वागत करते हैं।