Bihar News: हैवानियत की सारी हदें पार! नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म, फिर…
Bihar News: गया जिले से दिल दहलाने देने वाली मामला प्रकाश में आया है. 11 वर्षीय बच्ची के साथ मामा

Bihar News: हैवानियत की सारी हदें पार! नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म, फिर…
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बिहार के गया जिले से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 11 वर्षीय बच्ची के साथ उसके मामा द्वारा दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। यह घटना समाज की उस कड़क हकीकत को उजागर करती है, जहां मासूमियत को लगातार खतरा बना रहता है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँचकर तुरंत कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, घायल बच्ची को नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। यह पूरी घटना आमस थाना क्षेत्र में घटित हुई है।
बच्ची का हो रहा इलाज
मिली जानकारी के अनुसार, बीती रात आमस थाना क्षेत्र में डायल-112 को सूचना मिली कि एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है। सूचना मिलते ही, पुलिस की अभिकर्ता 5 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गई और बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है, और डॉक्टर उसकी जान बचाने में जुटे हैं। यह घटना हमारे समाज में नाबालिगों के खिलाफ बढ़ते अपराधों की एक चिंता जनक तस्वीर पेश करती है।
पुलिस ने आरोपी को पकड़ा
इस घटना की जानकारी मिलते ही सीनियर एसपी आनंद कुमार ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। सहायक पुलिस अधीक्षक और थानाध्यक्ष आमस थाना ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल टीम को भी मौके पर भेजा। घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद, पुलिस ने स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाई और आरोपी को पकड़ने में सफल रही। यह घटना न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ा आघात है।
समाज के विभिन्न वर्गों में इस घटना का विरोध प्रकट किया जा रहा है। कई सामाजिक संगठनों ने आवाज उठाई है कि बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना अब हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके अलावा, रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को भी अधिक सख्त करने की मांग की गई है।
हमें एकजुट होने की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि क्या हमारी कानून व्यवस्था बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने में सक्षम है? क्या समाज को ऐसे घिनौने अपराधों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई नहीं करनी चाहिए? हमें चाहिए कि इस प्रकार की घटनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाए और नाबालिगों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
निष्कर्ष
यह मामला केवल एक दुष्कर्म की घटना नहीं है, बल्कि यह हमारी सामाजिक संरचना पर एक गंभीर चिंता का विषय है। हमें चाहिए कि हम अपने आसपास के बच्चों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बनें और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए। अगर हम अब ध्यान नहीं देंगे तो आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक खतरनाक रास्ता साबित हो सकता है।