संवेदनशील प्रशासन; आपदाग्रस्त गांव बटोली प्रभावितों के द्वार, लगाया मेडिकल कैम्प

देहरादून: जिले के मिसराज पट्टी के बटोली गावं जिसका सम्पर्क टूट गया था विगत दिवस जिलाधिकारी सविन बसंल संग प्रशासनिक अमला प्रथम पंक्ति में गावं पहुच स्थानियों निवासियों को हॉल जाना तथा प्रशासन ने मौके पर ही ग्रामवासियों हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। वहीं मौके पर ही ग्रामवासियों के मांग प्रस्तावों को मजूर किया गया। […] The post संवेदनशील प्रशासन; आपदाग्रस्त गांव बटोली प्रभावितों के द्वार, लगाया मेडिकल कैम्प appeared first on Pahadi Khabarnama पहाड़ी खबरनामा.

संवेदनशील प्रशासन; आपदाग्रस्त गांव बटोली प्रभावितों के द्वार, लगाया मेडिकल कैम्प
देहरादून: जिले के मिसराज पट्टी के बटोली गावं जिसका सम्पर्क टूट गया था विगत दिवस जिलाधिकारी सविन ब

संवेदनशील प्रशासन; आपदाग्रस्त गांव बटोली प्रभावितों के द्वार, लगाया मेडिकल कैम्प

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - dharmyuddh

देहरादून: प्रदेश के मिसराज पट्टी के बटोली गांव में हाल ही में आए प्राकृतिक आपदा के चलते स्थानीय निवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस संदर्भ में, जिलाधिकारी सविन बसंल ने प्रशासनिक दल के साथ मिलकर गांव का दौरा किया और यहां के लोगों को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। प्रशासन द्वारा ऐहतियातन चिकित्सा कैम्प भी स्थापित किया गया है, जिससे प्रभावित लोग अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान कर सकें।

आपातकालीन सहायता की आवश्यकता

बटोली गांव, जो एक समय में समृद्ध समाज का हिस्सा था, अब संपर्क टूटने और प्राकृतिक आपदा के कारण अंधेरे में जा चुका है। जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शनिवार को प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर लोगों की समस्याओं को सुना। जिलाधिकारी ने कहा, "हम यहां हैं ताकि आप सबकी हर संभव मदद कर सकें। आपके जीवन को सामान्य बनाने में हम पूर्ण समर्थन प्रदान करेंगे।"

गांववासियों ने प्रशासन से चिकित्सा सुविधाएं, खाद्य सामग्री, और राहत सामग्री की मांग की। इस पर तत्काल निर्णय लेते हुए, चिकित्सा कैम्प की स्थापना की गई, जहां अनुभवी चिकित्सक और हेल्थकेयर वर्कर्स ने मिलकर स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। इस कैम्प में प्राथमिक उपचार के साथ ही आवश्यक दवाइयों का इंतजाम भी किया गया।

स्थानीय निवासियों के साथ संवाद

मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों की मांगों पर विचार किया जाएगा और उन पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए समर्पित टीम का गठन किया जाएगा। यह प्रक्रिया न केवल उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखती है, बल्कि उनके पुनर्वास की दिशा में भी काम करेगी।

आपदा प्रबंधन की महत्ता

इस कोरोना काल के दौरान, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सहायता की महत्ता और भी बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्राकृतिक आपदाओं में त्वरित कार्रवाई ही समाधान का सबसे प्रभावी तरीका है। प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयास निश्चित रूप से प्रभावितों के लिए संजीवनी के रूप में कार्य कर रहे हैं।

निष्कर्ष

बटोली गांव के निवासियों के लिए यह एक कठिन समय है, लेकिन प्रशासन की संवेदनशीलता और सक्रियता ने उम्मीद की एक नई किरण दिखाई है। जिलाधिकारी की टीम और स्वास्थ्य कर्मियों की यह पहल निश्चित रूप से प्रभावितों की समस्याओं को हल करने में सहायक सिद्ध होगी। हमारी आशा है कि बटोली जल्द ही अपने पुराने स्वरूप में लौट आएगा।

दैनिक अद्यतनों और अन्य समाचारों के लिए, कृपया हमारे वेबसाइट पर जाएं: dharmyuddh

Keywords:

sensitive administration, medical camp, natural disaster, Uttarakhand news, relief efforts, healthcare support, community service, local governance, emergency support, village development