बच्चियों को पिलाता शराब, फिर नहलाकर पहनाता था नए कपड़े, नग्न फोटो-वीडियो
एफएनएन, बहराइच : बहराइच में चार बच्चियों से हैवानियत करने के आरोपी सुजौली निवासी अविनाश पांडेय उर्फ सिंपल पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके मोबाइल से मासूम बच्चियों की नग्न तस्वीरें व वीडियो मिली है। पीड़ित बच्चियों ने भी अविनाश की पहचान की। पुलिस ने घटना स्थल से बच्चियों के कपड़े व आरोपी […] The post बच्चियों को पिलाता शराब, फिर नहलाकर पहनाता था नए कपड़े, नग्न फोटो-वीडियो appeared first on Front News Network.

बच्चियों को पिलाता शराब, फिर नहलाकर पहनाता था नए कपड़े, नग्न फोटो-वीडियो
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एफएनएन, बहराइच: बहराइच में चार बच्चियों के साथ हुई हैवानियत ने सभी को दंग कर दिया है। सुजौली निवासी अविनाश पांडेय उर्फ सिंपल पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसका मोबाइल चार मासूम बच्चियों की नग्न तस्वीरें और वीडियो लेकर आया है। पीड़ित बच्चियों ने पहचान की है, जिससे आरोपी पर मुसीबत और बढ़ गई है।
हैवानियत की कहानी
आरोपी अविनाश पांडेय, जिसने बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया, पहले उन्हें देशी शराब पिलाने का काम करता था। इससे बच्चियां बेहोश हो जाती थीं, और फिर वह उन पर अत्याचार करता था। घटना के दौरान डराने-धमकाने के लिए अविनाश ने टॉफी, चॉकलेट और नमकीन का प्रलोभन भी दिया। वह बच्चियों को नहलाकर उनके कपड़े बदलने का प्रयास करता था, ताकि कोई सबूत न रहे।
इस घटना की पहली रिपोर्ट 25 जून को हुई थी, जब एक बच्ची गायब हो गई थी। इसके बाद से पुलिस सफाई को लेकर आरोपियों की पहचान में जुट गई थी। आखिरकार, सुराग हासिल करते हुए पुलिस ने 28 जून और 3 जुलाई को और चार बच्चियों के साथ हुए इस पाप की जानकारी प्राप्त की। पीड़िताओं ने घटनास्थल पर जाकर अविनाश की पहचान की, जिससे पुलिस ने उसे पकड़ने का निर्णय लिया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अविनाश के खिलाफ एक ठोस रिपोर्ट तैयार की गई थी। उसने पुलिस पूछताछ में अपने किए जुर्म को स्वीकार कर लिया। पीड़ित बच्चियों के कपड़े और दूसरे सबूत जैसे कि टेट्रा पैक और खाने के पैकेट भी बरामद किए गए हैं। एसपी रामनयन सिंह ने बताया कि अविनाश के पास ऐसी गतिविधियों के निशान भी थे, जो उसकी दरिंदगी को उजागर करते हैं।
आरोपी का अतीत
मामले की और भी बातें चौंकाने वाली हैं, क्योंकि अविनाश ने पुलिस को बताया कि बचपन में उसकी भी दरिंदगी का शिकार हुआ था। इस उधारी ने उसे अपराध की राह पर धकेल दिया। वह गरीब परिवार से है और मजदूरी करता था। उसकी मानसिकता ने एक खतरनाक मोड़ ले लिया था, जिससे उसने अपहरण करना शुरू किया।
पुलिस की सराहना
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद, एसपी ने कार्यवाही करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की। पुलिस और स्वॉट टीम को 15,000 रुपये, सर्विलांस टीम को 10,000 रुपये और अन्य पुलिस कर्मियों को प्रशंसा पत्र दिए गए।
निष्कर्ष
यह मामला न केवल बाल सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करता है, बल्कि समाज में महिलाओं और बच्चों के प्रति बढ़ते अपराधों की विकरालता को भी बताता है। हमें ऐसे मामलों में सख्त कानून बनाने और बाल सुरक्षा के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। हमें परिस्थितियों को बदलने और समानता की दिशा में कदम बढ़ाने की जरूरत है।
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Written by: टीम धर्मयुद्ध