अल्मोड़ा और रानीखेत में मां नंदा देवी महोत्सव 2025 की तैयारियां तेज
जानें पूरी रूपरेखा अल्मोड़ा/रानीखेत। कुमाऊं की आस्था और संस्कृति के प्रतीक मां नंदा देवी मेला और मां नंदा-सुनंदा महोत्सव 2025 को लेकर अल्मोड़ा और रानीखेत दोनों नगरों में तैयारियां तेज हो गई हैं। अल्मोड़ा में जहां इस बार आयोजन नगर के एडम्स गर्ल्स इंटर कॉलेज मैदान में होगा, वहीं रानीखेत में 28 अगस्त से 3 […] The post अल्मोड़ा और रानीखेत में मां नंदा देवी महोत्सव 2025 की तैयारियां तेज appeared first on Creative News Express | CNE News.

अल्मोड़ा और रानीखेत में मां नंदा देवी महोत्सव 2025 की तैयारियां तेज
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लेखिका: साक्षी शर्मा, प्रीति गुप्ता, और बिंदु तिवारी
टीम धर्मयुद्ध
मां नंदा देवी महोत्सव का महत्त्व
कुमाऊं क्षेत्र की आस्था और संस्कृति का प्रतीक मां नंदा देवी महोत्सव एक बार फिर से अपने ऐतिहासिक स्वरूप में आने के लिए तैयार हो रहा है। अल्मोड़ा और रानीखेत में इस महोत्सव को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं, जो कि 2025 में भव्य रूप से मनाया जाएगा। मां नंदा देवी और मां नंदा-सुनंदा महोत्सव इस क्षेत्र की धार्मिक धरोहर को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
आयोजन स्थल और तिथियाँ
अल्मोड़ा में इस बार यह आयोजन एडम्स गर्ल्स इंटर कॉलेज के मैदान में किया जाएगा। वहीं रानीखेत में महोत्सव की अवधि 28 अगस्त से 3 सितंबर 2025 तक रहेगी। इस दौरान विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और खेल गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। आयोजक मंडल ने इस बार महोत्सव को और भव्य बनाने के लिए कई नए कार्यक्रमों की योजना बनाई है, जो भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करेंगे।
संस्कृति और विविधता का प्रदर्शन
इस महोत्सव में सिर्फ भक्ति का ही नहीं, बल्कि कुमाऊं की संस्कृति और विविधता का भी प्रदर्शन किया जाएगा। स्थानीय हस्तशिल्प, लोक नृत्य, और संगीत प्रदर्शन महोत्सव की आभा बढ़ाएंगे। आयोजकों का मानना है कि ये गतिविधियाँ न केवल स्थानीय लोगों को जोड़ेंगी, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देंगी।
समुदाय की भागीदारी
मां नंदा देवी महोत्सव में स्थानीय समुदाय की भागीदारी को विशेष रूप से महत्व दिया जाएगा। आयोजन समिति का उद्देश्य है कि सभी वर्गों के लोग इस महोत्सव का हिस्सा बनें और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें। इससे न केवल सांस्कृतिक समृद्धि बढ़ेगी बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, मां नंदा देवी महोत्सव 2025 कुमाऊं क्षेत्र के लोगों के लिए न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह एक अवसर है सांस्कृतिक एकता, प्यार, और भाईचारे का। इस महोत्सव की तैयारियों में तेजी दर्शाती है कि स्थानीय लोग अपने सांस्कृतिक धरोहर को बचाने और उसके प्रति अपनी आस्था जताने के लिए कटिबद्ध हैं।
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