ऋषिकेश में बड़ा हादसा; चंद्रभागा नदी में बहे दंपति, तीसरे दिन भी तलाश जारी
एफएनएन, ऋषिकेश: उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश का दौर जारी है. पर्वतीय जिलों में हो रही बारिश के कारण मैदानी इलाकों में बह रहे बरसाती नदी, नाले उफान पर हैं. जिससे खतरा बढ़ गया है. ऐसे में ऋषिकेश में बड़ा हादसा हुआ. पुलिस ने दी जानकारी के तहत गंगा की सहायक नदी चंद्रभागा में […] The post ऋषिकेश में बड़ा हादसा; चंद्रभागा नदी में बहे दंपति, तीसरे दिन भी तलाश जारी appeared first on Front News Network.

ऋषिकेश में बड़ा हादसा; चंद्रभागा नदी में बहे दंपति, तीसरे दिन भी तलाश जारी
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लेखिका: सिमरन कौर, प्रिया मेहता, तनीषा शर्मा - टीम धर्मयुद्ध
ऋषिकेश, उत्तराखंड: बारिशों के दौर के बीच ऋषिकेश में एक भयानक हादसा हुआ है, जिसमें एक दंपति चंद्रभागा नदी में बह गया है। तीसरे दिन भी पुलिस और एसडीआरएफ की कोशिशें जारी हैं, लेकिन अभी तक दंपति का कोई सुराग नहीं मिला है। यह घटना गुरुवार शाम की बताई जा रही है, जब दंपति नदी पार करने की कोशिश कर रहा था।
तेज़ बहाव के कारण हादसा
उत्तराखंड के कई जिलों में हो रही बारिश ने नदी-नालों का जलस्तर बढ़ा दिया है। पुलिस के अनुसार, चंद्रेश्वर नगर निवासी 26 वर्षीय पिंटू और उनकी 25 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी मायाकुंड से नदी पार कर रहे थे। अचानक उनका संतुलन बिगड़ गया और वे तेज धाराओं में बह गए। घटना के तुरंत बाद जल पुलिस और एसडीआरएफ ने तलाशी अभियान शुरू किया, लेकिन शाम को इसे रोकना पड़ा।
तलाशी अभियान में चुनौती
संभावित संकेतों के अनुसार, खोजबीन का काम शनिवार सुबह फिर से शुरू किया गया। पुलिस अधिकारी विनेश कुमार ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम पूरी तैयारी के साथ मौके पर थी, लेकिन मौसम की खराबी और नदी का तेज़ बहाव उनके लिए बाधा बना।
अन्य घटनाएँ
जबकि चंद्रभागा नदी में दंपति की तलाशी जारी है, हरिद्वार के लक्सर के बालावाली पुल के पास एक और घटना सामने आई, जहां एक युवक गंगा में नहाते समय बह गया। स्थानीय निवासियों की मदद से एसडीआरएफ की टीम ने ज़ोरदार प्रयास किए और युवक को गंगा के तेज बहाव से निकाल लिया। यह घटना हमें याद दिलाती है कि सावधानी ही सुरक्षा है।
प्रशासन की अपील
एसडीआरएफ के अधिकारियों ने सभी नागरिकों से निवेदन किया है कि वे बिना सुरक्षा के गंगा में स्नान या तैरने न जाएं। मॉनसून के दौरान गंगा का जलस्तर और बहाव अत्यधिक बढ़ जाता है, जिससे हादसे की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं। नागरिकों की सुरक्षा सबसे पहले आती है और उन्हें सतर्क रहना चाहिए।
निष्कर्ष
ऋषिकेश में हादसे ने सभी को चौंका दिया है। हम दंपति के सुरक्षित लौटने की कामना करते हैं और प्रशासन से भी अपील करते हैं कि वे बचाव कार्य को तेज करें। स्वास्थ्य और सुरक्षा सबसे प्राथमिकता होनी चाहिए, खासकर इन ख़तरनाक मौसमों में। सभी को सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि ऐसे हादसे टाले जा सकें।