जमीन उगल रही बेशकीमती रंगीन पत्थर! लूट के लिए पागल हुए लोग, ग्रामीणों ने लगा दी जान की बाजी, भगदड़ के हालात
दीपक कौरव, नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश की धरती में हीरे, प्राचीन सिक्के से लेकर कई ऐसे राज दफ़न हैं, जिसका खुलासा

जमीन उगल रही बेशकीमती रंगीन पत्थर! लूट के लिए पागल हुए लोग, ग्रामीणों ने लगा दी जान की बाजी, भगदड़ के हालात
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - dharmyuddh
दीपक कौरव, नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश की धरती में हीरे, प्राचीन सिक्के से लेकर कई ऐसे राज दफ़न हैं, जिसका खुलासा आज तक नहीं हो सका है। हाल ही में बुरहानपुर में जमीन से प्राचीन सिक्के निकलने की अफवाह फैली थी। इस घटना के बाद ऐसा ही एक मामला नरसिंहपुर से सामने आया है। जहां वन विभाग की जमीन से बेशकीमती रंगीन पत्थर निकलने की खबर मिलते ही ग्रामीण पागल हो गए और लूट के लिए जान की बाजी लगा दी।
रंगीन पत्थर निकलने की खबर मिलते ही उमड़ पड़े ग्रामीण
दरअसल, बरहेटा गांव में वन विभाग की जमीन पर बेशकीमती और रंगीन पत्थर निकलने की बात फैल गई। जैसे ही ये खबर जंगल में फैली, ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने खुदाई कर पत्थर ढूंढने के लिए जान की बाजी लगा दी और एक-दूसरे को कुचलते हुए तलाश में जुट गए। खासकर ऐसे समय में जब अफवाहें इतनी तेजी से फैलती हैं, तो यह स्थिति बहुत खतरनाक हो जाती है।
वन विभाग ने मौके पर जाने से लगाई रोक
कुछ देर बाद भीड़ बढ़ती गई और हालात बेकाबू हो गए। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसके बाद DFO कल्पना तिवारी ने बताया कि मौके से सफेद पत्थर की जब्ती की गई है। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस बल की सहायता भी ली गई है। जब्त पत्थर की जांच की जा रही है कि आखिर ये पत्थर कौन सा पत्थर है? ग्रामीणों पर वन विभाग की इस जगह पर जाने से रोक लगा दी गई है।
भगदड़ की स्थिति और सुरक्षा उपाय
इस घटना ने गांव में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न कर दी। स्थानीय प्रशासन ने भी स्थिति को संभालने के लिए जल्दी ही कदम उठाए। हालांकि, ऐसे मामलों में क्षति की संभावना हमेशा बनी रहती है, खासकर तब जब लोग अंधाधुंध तरीके से दौड़ते हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने आगाह किया है कि ग्रामीणों को ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि मध्य प्रदेश में बेशकीमती पत्थरों की खोज एक पुराना चलन है लेकिन हालातों को समझना और सावधानी बरतना आवश्यक है। साथ ही, किसी भी प्रकार का खनन कार्य बिना उचित अनुमति के अवैध है और इससे वन्यजीवों और पर्यावरण को क्षति पहुंच सकती है।
निष्कर्ष
आगामी दिनों में, ऐसी घटनाओं से बचने के लिए समुदाय को जागरूक करने की जरूरत है। सरकार और स्थानीय प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी अफवाहों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि ऐसी खतरनाक स्थितियां उत्पन्न न हों। इस मामले में आगे की जानकारी के लिए, विस्तृत रिपोर्ट के लिए यहां क्लिक करें.