पर्यटन सचिव श्री धीराज सिंह गर्ब्याल की राज्यपाल से महत्वपूर्ण मुलाकात

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मंगलवार को राजभवन में पर्यटन सचिव श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल ने उनसे चारधाम यात्रा एवं पर्यटन विकास से संबंधित जानकारी प्राप्त की।

पर्यटन सचिव श्री धीराज सिंह गर्ब्याल की राज्यपाल से महत्वपूर्ण मुलाकात
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मंगलवार को राजभवन में पर्यटन सचिव श्री

पर्यटन सचिव श्री धीराज सिंह गर्ब्याल की राज्यपाल से महत्वपूर्ण मुलाकात

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देहरादून। मंगलवार को राजभवन में पर्यटन सचिव श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से एक शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान, राज्यपाल ने चारधाम यात्रा एवं पर्यटन विकास से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त की। इस बैठक का उद्देश्य राज्य में पर्यटन के विकास को प्रोत्साहित करना है, जो न केवल आर्थिक उन्नति में सहायक होगा, बल्कि उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रदर्शित करेगा।

पर्यटन विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

राज्यपाल ने चारधाम यात्रा के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि यह भारत के धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र है और इसके माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान होती है। चारधाम यात्रा, जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के तीर्थ स्थल शामिल हैं, हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती है। इस यात्रा के दौरान पर्यटकों की सुविधा के लिए ठोस योजनाएँ और व्यवस्था सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।

पर्यटन सचिव का दृष्टिकोण

पर्यटन सचिव श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि सरकार पर्यटकों की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठा रही है। उन्होंने कहा, "हमारा सबसे बड़ा उद्देश्य है कि हम पर्यटकों को एक सुरक्षित और सुखद अनुभव प्रदान करें। इसके लिए स्थानों का विकास, सड़कों और परिवहन सुविधाओं में सुधार के साथ ही, स्थानीय समुदाय को भी पूरे प्रोजेक्ट में शामिल किया जा रहा है।" उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में भी योजनाएँ साझा की।

स्थानीय समुदाय की भागीदारी

श्री गर्ब्याल ने स्थानीय निवासियों की भागीदारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब स्थानीय लोग पर्यटन उद्योग में सक्रिय होते हैं, तो इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। यह न केवल रोजगार के अवसर पैदा करता है, बल्कि स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी बढ़ावा मिलता है। राज्यपाल ने स्थानीय उत्पादों के प्रदर्शनी आयोजन की आवश्यकता पर भी जोर दिया, जिससे स्थानीय प्रतिभाओं को सकारात्मक प्लेटफार्म मिल सके।

निष्कर्ष

राज्यपाल के साथ इस बैठक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तराखंड में पर्यटन विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इस प्रकार की पहल न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को नया उभार देगी, बल्कि स्थानीय संस्कृति और परंपरा का संरक्षण भी करेगी। यह उत्तराखंड को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में और अधिक परिभाषित करेगा।

राज्य की सरकारी नीतियों का पर्यटन क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालने की संभावना है, जिससे स्थानीय समुदाय के विकास और राज्य की सतत विकास योजनाओं को लाभ मिलेगा।

देशभर से आने वाले पर्यटकों की सुविधा और अनुभव को बेहतर बनाने के प्रयासों को जारी रखा जाएगा, ताकि उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रख सके।

कम शब्दों में कहें तो, इस बैठक ने उत्तराखंड में पर्यटन को और अधिक मजबूती देने के लिए कई सकारात्मक दिशा-निर्देश प्रदान किए हैं।

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सादर,
टीम धर्म युद्ध,
नेहा शर्मा