FIDE महिला विश्व कप 2025: भारत के दो ग्रैंडमास्टर्स के बीच होगा ऐतिहासिक फाइनल मुकाबला
FIDE Women’s World Cup 2025: भारत के लिए एक ऐतिहासिक लम्हा करीब है। FIDE महिला विश्व कप 2025 के फाइनल

FIDE महिला विश्व कप 2025: भारत बनाम भारत, ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख के बीच खिताबी टक्कर
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कम शब्दों में कहें तो, FIDE महिला विश्व कप 2025 अब अपने फाइनल के करीब है, जहां दो भारतीय ग्रैंडमास्टर्स, कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख, पहली बार खिताब के लिए आमने-सामने होंगी। यह पल भारतीय शतरंज के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
गुरुवार को हुए सेमीफाइनल में, कोनेरू हम्पी ने चीन की ग्रैंडमास्टर ली टिंगजी को हराया, वहीं दिव्या देशमुख ने तान झोंगयी को मात देकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की। इस जीत के साथ, दोनों खिलाड़ियों ने अगले वर्ष होने वाले वुमेंस कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालिफाई किया है।

हम्पी का अद्भुत प्रदर्शन
सेमीफाइनल मुकाबला अत्यंत प्रतिस्पर्धी था। पहले दो क्लासिकल गेम ड्रॉ रहे, उसके बाद रैपिड टाईब्रेकर में भी एक-एक गेम जीता गया। कोनेरू हम्पी ने पहले गेम में हार का सामना किया लेकिन दूसरे गेम में शानदार वापसी करते हुए जीत हासिल की। आखिरी सेट में उन्होंने ली टिंगजी के खिलाफ एक बार फिर से उत्कृष्टता दिखाते हुए दोनों गेम जीत कर फाइनल में अपनी जगह बना ली।

दिव्या की जबरदस्त खेल का प्रदर्शन
दिव्या देशमुख ने सेमीफाइनल में अपने खेल से सभी को प्रभावित किया जब उन्होंने तान झोंगयी को मात दी। 18 वर्षीय दिव्या ने अपने आत्मविश्वास और रणनीति के बल पर यह जीत हासिल की, जो उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गई है।
फाइनल के तिथियाँ
फाइनल मुकाबला 26 जुलाई से शुरू होगा। पहले गेम में 26 जुलाई को, तथा दूसरे गेम में 27 जुलाई को दोनों खिलाड़ी आमने-सामने होंगी। यदि स्कोर बराबरी पर रहता है, तो 28 जुलाई को टाईब्रेकर खेला जाएगा।
इनाम की राशि
FIDE महिला विश्व कप की विजेता को $50,000 (लगभग ₹41.6 लाख) का पुरस्कार दिया जाएगा, जबकि उपविजेता को $35,000 (लगभग ₹29.1 लाख) मिलेंगे। यह पुरस्कार ना केवल खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि भारतीय महिलाओं के लिए शतरंज के क्षेत्र में और अधिक अवसर पैदा करेगा।
इस प्रतियोगिता का आयोजन भारत में केवल शतरंज के खेल को बढ़ावा नहीं देता, बल्कि यह एक नया अध्याय भी खोलता है। यह ना केवल भारतीय शतरंज के लिए, बल्कि युवा महिलाओं के लिए भी प्रेरणादायक साबित होगा।
कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख के बीच की इस ऐतिहासिक टक्कर का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अधिक अपडेट के लिए dharmyuddh पर जाएं। यह फाइनल न केवल खेल प्रेमियों के लिए रोमांचकारी होगा, बल्कि भारतीय महिला शतरंज के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत करेगा।