उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुनाव: जानें तारीखें और प्रक्रिया
एफएनएन, देहरादून: 11 अगस्त को नामांकन होंगे। इसके साथ ही 14 अगस्त को मतदान व मतगणना होगी। उत्तराखंड में निर्वाचन आयोग ने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसके साथ ही 12 जिलों में आचार संहिता लागू हो गई है। मतदान का कार्यक्रम नामांकन: 11 अगस्त (11 से 03 बजे […] The post उत्तराखंड: 14 अगस्त को होंगे जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव appeared first on Front News Network.

उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुनाव: जानें तारीखें और प्रक्रिया
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लेखक: साक्षी शर्मा, प्रिया गुप्ता, टीम धर्मयुद्ध
उत्तराखंड में जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख चुनाव की प्रतीक्षा अब समाप्त होने वाली है। निर्वाचन आयोग ने हाल ही में इन चुनावों का आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। चुनाव की नामांकन प्रक्रिया 11 अगस्त को शुरू होगी और मतदान तथा मतगणना 14 अगस्त को आयोजित की जाएगी। ये चुनाव स्थानीय शासन में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकते हैं और जन समस्याओं के समाधान में गति प्रदान कर सकते हैं।
चुनाव संबंधी प्रक्रिया और समय सारणी
चुनाव की प्रक्रिया के तहत, नामांकन 11 अगस्त को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक स्वीकार किया जाएगा। इसके बाद, नामांकन की वापसी का कार्य 12 अगस्त को किया जाएगा। 14 अगस्त को मतदान का कार्य सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक होगा। मतदान समाप्त होते ही मतगणना की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आचार संहिता और जिला पंचायत पदों का आरक्षण
राज्य निर्वाचन आयोग ने 12 जिलों में आचार संहिता लागू कर दी है, ताकि चुनाव प्रक्रिया का संचालन सुसंगत और पारदर्शी हो सके। पंचायती राज विभाग ने जिला पंचायत अध्यक्ष पदों के लिए आरक्षण की सूची भी जारी कर दी है। ओबीसी समुदाय के लिए एकल सदस्यीय आयोग की सिफारिश पहले बार लागू की गई है, जो पंचायत स्तर पर आरक्षण का निर्धारण करेगा।
जिला पंचायत अध्यक्षों का आरक्षण
जिला पंचायत अध्यक्ष पदों के आरक्षण की स्थिति इस प्रकार है:
जिला | पद |
उत्तरकाशी | अनारक्षित |
टिहरी | महिला |
पौड़ी | महिला |
रुद्रप्रयाग | महिला |
चमोली | अनारक्षित |
देहरादून | महिला |
यूएस नगर | अन्य पिछड़ा वर्ग |
नैनीताल | अनारक्षित |
अल्मोड़ा | महिला |
चंपावत | अनारक्षित |
बागेश्वर | अनुसूचित जाति महिला |
पिथौरागढ़ | अनुसूचित जाति |
स्थानीय प्रशासन के लिए महत्व
इन चुनावों का न केवल राजनीतिक स्थिति पर प्रभाव पड़ेगा, बल्कि स्थानीय प्रशासनिक स्तर पर भी इसका व्यापक प्रभाव देखा जा सकता है। जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के परिणाम विकास कार्यों में तेजी लाने में सहायक हो सकते हैं और स्थानीय जन समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में 14 अगस्त को होने वाले ये चुनाव एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। इससे स्थानीय स्तर पर विकास और प्रशासनिक सुधार की दिशा में नए अवसर प्राप्त होंगे। राजनीतिक पार्टियों को अब अपने उम्मीदवारों को चयनित कर जनता के समर्थन हासिल करने की चुनौती का सामना करना करना पड़ेगा।
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