कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बैठक में एकजुटता का आह्वान, भाजपा पर गंभीर आरोप
लक्षिका साहू, रायपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक ली.

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बैठक में एकजुटता का आह्वान, भाजपा पर गंभीर आरोप
लक्षिका साहू, रायपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में उन्होंने सभी कांग्रेस नेताओं को एकजुट होकर काम करने पर जोर दिया, साथ ही उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कांग्रेस नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने का प्रयास कर रही है। खरगे ने यह भी बताया कि हमें इन प्रयासों को विफल करने के लिए एकजुटता के साथ काम करना होगा।
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ब्लॉक कांग्रेस की बढ़ती संख्या: एक नई नीति
बैठक के दौरान ब्लॉकों के पुनर्गठन पर विशेष ध्यान दिया गया। कांग्रेस के नेताओं ने छत्तीसगढ़ में पार्टी की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया, जिसके लिए जनसंख्या और क्षेत्रफल के अनुसार नए ब्लॉकों की आवश्यकता जताई गई। यह सुझाव कांग्रेस की स्थिति को और मजबूत बनाने में सहायक हो सकता है।
पांच प्रमुख एजेंडों पर हुई चर्चा
पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में महत्वाकांक्षी पांच एजेंडों पर चर्चा की गई। खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर कांग्रेस नेताओं पर अन्याय कर रही है, जिसके फलस्वरूप कई नेताओं को झूठे आरोपों के तहत जेल भेजा जा रहा है। बस्तर क्षेत्र में खनिज संसाधनों के बेजा उपयोग और गरीब आदिवासियों की भूमि पर कब्जा करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। किसानों के साथ हो रहे अन्याय और फसलों के लिए समय पर खाद की उपलब्धता न होने को भी उठाया गया। इसके अलावा, 10,000 से अधिक स्कूलों के बंद होने का मामला भी गंभीर मुद्दा था। इन सभी मुद्दों पर दीर्घकालिक रणनीति बनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
विधायकों और जिलाध्यक्षों को राजीव भवन में जाने से रोकने के विवाद पर खुलासा
बैठक के दौरान राजीव भवन में जाने को लेकर तीव्र विवाद उत्पन्न हुआ। विधायक द्वारिकाधीश को उन कार्यकर्ताओं का विरोध झेलना पड़ा, जिन्होंने उन्हें बैठक में प्रवेश करने से रोका। यह स्थिति कांग्रेस भवन के भीतर अस्थिरता का कारण बनी, और जिलाध्यक्षों को भी अंदर जाने नहीं दिया गया। यह विवाद चल रही बैठकों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि प्रतिनिधियों के बीच आपसी समझ का होना आवश्यक है।
इस बैठक ने कांग्रेस के अंदर एक नई ऊर्जा का संचार किया है और एकजुटता की आवश्यकता को पुनः रेखांकित किया है। पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि कांग्रेस राजनीतिक कार्रवाइयों को मजबूती के साथ आगे बढ़ाएगी और अपने कार्यकर्ताओं का समर्थन करेगी।
अंत में, खरगे का संदेश स्पष्ट है - भाजपा की नीतियों का विरोध करते हुए, एकजुटता में ताकत है। कांग्रेस को अब अधिक संगठित और मजबूत तरीके से आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
इस बैठक ने कांग्रेस में एक नया उत्साह भरा है, जो आगामी चुनावों में पार्टी की ताकत को और बेहतर करेगा। कांग्रस नेताओं को चाहिए कि वे इस एकजुटता का लाभ उठाएं।