जापान में गोल्ड जीतने वाली नमी राय पारेख का रायपुर एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत - बेटियों के लिए प्रेरणा

सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ की बेटी और पावरलिफ्टिंग की उभरती सितारा नमी राय पारेख ने जापान में आयोजित एशिया पैसिफिक

जापान में गोल्ड जीतने वाली नमी राय पारेख का रायपुर एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत - बेटियों के लिए प्रेरणा
सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ की बेटी और पावरलिफ्टिंग की उभरती सितारा नमी राय पारेख ने जापान म�

नमी राय पारेख का जापान में गोल्ड मेडल और रायपुर एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत

सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ की प्रतिभाशाली बेटी और पावरलिफ्टिंग की उभरती सितारा नमी राय पारेख ने हाल ही में जापान में आयोजित एशिया पैसिफिक चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम सीनियर कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता है। बुधवार को जब वह रायपुर लौटकर स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर पहुंची, तो उनका शानदार स्वागत हुआ, जिसमें समस्त शहरवासी शामिल हुए।

Nami Rai Parekh arrives in Raipur

गोल्ड मेडल जीतने के बाद नमी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि "मैं बहुत खुश हूं। यह मेरे छह सालों की कड़ी मेहनत का नतीजा है।" उन्होंने यह भी बताया कि मात्र छह महीने पहले उन्होंने नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था, जिसके फलस्वरूप उनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ। अब यहाँ भी गोल्ड जीतकर न केवल वे बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं।

Nami Rai Parekh with family and fans

नमी की उपलब्धि को उन्होंने केवल अपना व्यक्तिगत मान नहीं रखा, बल्कि इसे पूरे राज्य की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा, "मेरा गोल्ड मेडल का सिलसिला यहीं खत्म नहीं होने वाला है। मेरा लक्ष्य है कि मैं भविष्य में भी अंतरराष्ट्रीय खेलों में गोल्ड मेडल जीतकर रिकॉर्ड तोड़ूं।" उनकी यह सोच न केवल युवा एथलीटों के लिए बल्कि सभी महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।

स्वागत समारोह के दौरान, नमी ने अपने परिवार के संबंध में कहा कि उनका समर्थन उनकी सफलता का सबसे बड़ा सहारा रहा है। उन्होंने माता-पिता से अपील की कि वे अपने बच्चों को प्रेरित करें और सपनों के पीछे भागने के लिए उन्हें सहयोग दें। यह संदेश दर्शाता है कि सपनों को पूरा करने में परिवार का समर्थन कितना महत्वपूर्ण होता है।

स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मौजूद लोगों ने गर्व से नमी का स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, "मैं एक बहू होकर गोल्ड मेडल लाई हूं, तो बेटियां कर सकती हैं और भी बेहतर।" नमी की इस बात से यह संदेश मिलता है कि जब महिलाओं को सही प्रोत्साहन मिलता है, तब वे हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं।

यह जीत उन सभी बेटियों के लिए प्रेरणा बन गया है, जो अपने लक्ष्यों को हासिल करने का सपना देखती हैं। नमी की यात्रा और उनकी सफलताएँ हर महिला के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा का स्रोत बनी हैं। प्रदेश में खेलों का भविष्य भी उज्ज्वल नजर आ रहा है, क्योंकि युवा खिलाड़ी अपनी मेहनत और समर्पण से नई ऊँचाइयों को छू रहे हैं।

इस पदक की जीत से न केवल हमारे देश का नाम रोशन हुआ है, बल्कि आशा है कि भविष्य में और भी बेटियाँ इस तरह की उपलब्धियों को हासिल कर सकेंगी।

कम शब्दों में कहें तो, नमी राय पारेख की सफलता अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो यह दर्शाती है कि मेहनत, समर्पण और परिवार का समर्थन हर किसी को अपनी मंजिल तक पहुँचाने की शक्ति देता है।

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सादर,
टीम धर्म युद्ध,
नित्या शर्मा