मौसम के अलर्ट के बावजूद सोया रहा प्रशासन,देर से स्कूलों की छुट्टी का आदेश किया जारी।
देहरादून: रात भर बरसे बादल बावजूद प्रशासन सोया रहा,बच्चे भीगते स्कूल के लिए निकल चुके थे। जब देर सुबह भी लगातार बारिश बन्द नही हुई तब प्रशासन की नींद खुली।कल रविवार को ही मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया था,,बावजूद इसके प्रशासन इंतजार करता रहा, सुबह देर से स्कूलों की छुट्टी का आदेश जारी […] The post मौसम के अलर्ट के बावजूद सोया रहा प्रशासन,देर से स्कूलों की छुट्टी का आदेश किया जारी। appeared first on The Lifeline Today : हिंदी न्यूज़ पोर्टल.

मौसम के अलर्ट के बावजूद सोया रहा प्रशासन, देर से स्कूलों की छुट्टी का आदेश किया जारी
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देहरादून: रात भर बरसे बादल, बावजूद इसके प्रशासन सोता रहा। जब बच्चे भीगते हुए स्कूल की ओर निकल चुके थे, तब प्रशासन की नींद खुली। मौसम विभाग ने पहले ही अगले दिन बारिश का अलर्ट जारी किया था, पर प्रशासन ने कोई तैयारी नहीं की। रविवार को जारी किए गए मौसम अलर्ट के बावजूद, प्रशासन ने समय पर स्कूलों की छुट्टी का आदेश नहीं दिया।
हालात की गंभीरता को न समझना
बच्चे बारिश में भीगते हुए स्कूल पहुंचे, जबकि मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी दी थी। जब सुबह तक बरसात जारी रही, तब प्रशासन ने देर से स्कूलों की छुट्टी का आदेश जारी किया। यह स्थिति न केवल बच्चों के स्वास्थ्य बल्कि उनकी सुरक्षा के लिए भी ख़तरा बन गई।
साइलेंट्स ऑफ़ द इमरजेंसी
जब मौसम का अलर्ट बहुत स्पष्ट था, तो प्रशासन ने इतनी लापरवाही क्यों बरती? स्थानीय निवासियों का मानना है कि यह प्रशासन की अनदेखी और लापरवाही का संकेत है। स्कूल प्रशासन की अनुपस्थिति या जानकारी की कमी ने स्थिति को और अधिक गंभीर बना दिया।
बच्चों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
अब जबकि अभिभावकों के लिए यह स्थिति चिंता का विषय बन गया है, वे सवाल कर रहे हैं कि प्रशासन ने स्थितियों को क्यों नहीं संभाला। कई अभिभावकों ने कहा कि यह समय की ज़रूरत थी कि प्रशासन बच्चों की सुरक्षा के लिए सक्रिय होता। इसके अलावा, बच्चों को बिना किसी सुरक्षा उपायों के स्कूल भेजना एक बड़ी गलती थी।
निष्कर्ष
सरकार और प्रशासन को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटा जा सके। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोपरि है। इसलिए, प्रशासन को तुरंत अपनी नीतियों पर विचार करना चाहिए ताकि ऐसी लापरवाही दोबारा न हो सके। सभी को स्वास्थ और सुरक्षा का अति महत्व देना चाहिए।
इसी के साथ, उम्मीद है कि इस घटना से पाठ शीघ्र ही सीखने को मिलेगा और प्रशासन अगली बार बेहतर तैयारी करेगा।