त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: लोकतंत्र का महत्वपूर्ण पर्व - डीजीपी की अपील

देहरादून। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के प्रथम चरण को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से आज पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड श्री दीपम सेठ द्वारा सरदार पटेल भवन, देहरादून में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के दोनों परिक्षेत्र एवं समस्त जनपद प्रभारियों के साथ विस्तृत समीक्षा गोष्ठी आयोजित की […] The post त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण पर्व : डीजीपी appeared first on The Lifeline Today : हिंदी न्यूज़ पोर्टल.

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: लोकतंत्र का महत्वपूर्ण पर्व - डीजीपी की अपील
देहरादून। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के प्रथम चरण को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष �

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: लोकतंत्र का महत्वपूर्ण पर्व - डीजीपी की अपील

देहरादून। उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के पहले चरण के सफल आयोजन के लिए आवश्यक तैयारियों की समीक्षा आज पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ द्वारा सरदार पटेल भवन, देहरादून में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में की गई। इस बैठक में प्रदेश के दोनों परिक्षेत्रों और सभी जनपद प्रभारियों ने भाग लिया। कम शब्दों में कहें तो, DGP ने पंचायत चुनावों की महत्ता पर जोर दिया और इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया।

पंचायत चुनावों की अनिवार्यता

डीजीपी श्री दीपम सेठ ने मंत्रित्व लाते हुए कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव न केवल चुनावी लोकतंत्र को सुदृढ़ करते हैं बल्कि यह स्थानीय मुद्दों पर चर्चा का मंच भी प्रदान करते हैं। यह प्रक्रिया समाज को एकजुट करने का कार्य करती है और जनप्रतिनिधियों को चुने जाने का अवसर देती है, जिससे स्थानीय विकास में भागीदारी बढ़ती है।

पुलिस द्वारा की गई तैयारियों पर विशेष ध्यान

बैठक में कानून व्यवस्था और निर्वाचन की तैयारियों के लिए विशेष नोडल अधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने पुलिस की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले ही पुलिस ने अवैध गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी है, जिसके परिणामस्वरूप 20,400 लीटर अवैध शराब और 145 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थों को जब्त किया गया है। इस कार्यवाही में 20,288 व्यक्तियों का चालान भी किया गया है, जिससे चुनाव को पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।

सुरक्षित मतदान का आश्वासन

डीजीपी ने यह स्पष्ट किया कि "हर मतदाता को सुरक्षित और निष्पक्ष वितरण के लिए एक शांतिपूर्ण वातावरण मुहैया कराना हमारी प्राथमिकता है।" सभी जिलों को निर्देशित किया गया है कि वे संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान करें और उनकी सुरक्षा पहलों को मजबूत करें।

कानून व्यवस्था एवं सोशल मीडिया पर फैली जानकारी का ध्यान

बैठक में मौजूद सभी पुलिस अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता का पालन करने का सख्त निर्देश दिया गया। इसके साथ ही, फेक न्यूज़ के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी सक्रिय रहना अनिवार्य है। चुनावों के संदर्भ में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था की रोकथाम के लिए अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई।

लोगों की भूमिका और जिम्मेदारी

पंचायत चुनावों के इस महापर्व में, प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने मत का सही और विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करें। लोकतंत्र की यह सबसे छोटी इकाई हमें यह सिखाती है कि जनभागीदारी के माध्यम से हम समाज को मजबूत बना सकते हैं।

अंत में, डीजीपी ने सभी से अपील की कि वे संविधान और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति जागरूक रहें और चुनाव को निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण बनाने में सहयोग करें।

इस प्रकार, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हमें याद दिलाते हैं कि लोकतंत्र की जड़ें कितनी गहरी हैं और समाज की सहभागिता कितनी महत्वपूर्ण है।

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Written by Team Dharm Yuddh (कुमुदिनी शर्मा).

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