अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: रेस कोर्स वैली में योगाभ्यास का उत्सव
देहरादून।स्वर्गापुरी मंदिर परिसर में आज रेस कोर्स वैली की महिला योग क्लब द्वारा मैडम करमजीत कौर एवं विजय निझोंन के नेतृत्व में संपूर्ण वैली महिला क्लब के साथ स्वर्गापुरी मंदिर की महिलाओं ने जमकर योगासन किया। ज्ञात रहे कि आज के ही दिन 21 जून 2015 से योग अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया […]

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: रेस कोर्स वैली में योगाभ्यास का उत्सव
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देहरादून। आज स्वर्गापुरी मंदिर परिसर में रेस कोर्स वैली के महिला योग क्लब द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के इस विशेष अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अगुवाई मैडम करमजीत कौर और विजय निझोंन ने की। परिसर की महिलाओं ने मिलकर विभिन्न योगासनों का अभ्यास किया, जिससे यह दिखा कि योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की दिशा में उनके प्रयास कितने महत्वपूर्ण हैं। यह बात ध्यान देने योग्य है कि 21 जून 2015 से दुनिया भर में योग को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक सकारात्मक संदेश फैलाता है।
योग: स्वास्थ्य और समर्पण का प्रतीक
योग केवल शारीरिक गतिविधि नहीं है, बल्कि यह समर्पण और मानसिक स्फूर्ति भी देता है। लगभग 70 महिलाओं ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर विभिन्न कठिन और सरल आसनों का अभ्यास किया। ये आसन उनके लिए स्वच्छता, मानसिक शांति और आत्म-संतुलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुए। यह आयोजन न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का कार्य करता है, बल्कि समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहित करता है, जो कि एक सकारात्मक बदलाव की ओर संकेत करता है।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना
महिला योग क्लब का उद्देश केवल योगाभ्यास नहीं था, बल्कि महिलाओं के बीच योग के लाभों को फैलाना भी था। योग शिक्षिकाएं और प्रशिक्षित शिक्षक भाग लेने वाली महिलाओं को योगाभ्यास के सही तरीके और उसके लाभों के विषय में जानकारी देने के लिए आए। ऐसे कार्यक्रम न केवल समग्र स्वास्थ्य में सुधार करते हैं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक संतुलन को बनाए रखने में भी सहायक हैं।
योगाभ्यास समाप्त होने के बाद सभी महिलाओं को मिठाई के डिब्बों का वितरण किया गया, जो कि एक अनौपचारिक प्रेम और सामुदायिक सेवा का प्रतीक था। इससे स्पष्ट होता है कि योग केवल शरीर का ही नहीं, बल्कि समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है।
योग का वैश्विक महत्व
21 जून को वैश्विक योग दिवस के रूप में मनाने की आधिकारिक घोषणा यूनाइटेड नेशंस द्वारा 2015 में की गई थी। इस दिन का विश्वभर में उत्सव मनाना यह दर्शाता है कि योग का महत्व और फायदें अब केवल भारत तक ही सीमित नहीं रह गए हैं। रेस कोर्स वैली की महिलाओं ने इस खास दिन का इस्तेमाल करते हुए एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया कि योग केवल व्यायाम ही नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जिसे हर कोई अपना सकता है।
निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर रेस कोर्स वैली में आयोजित योगाभ्यास ने यह सिद्ध कर दिया कि जब महिलाएं एकत्र होकर किसी उद्देश्य के लिए प्रयास करती हैं, तो वे न केवल खुद को बल्कि पूरे समुदाय को भी प्रेरित कर सकती हैं। ऐसे आयोजन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि समाज में एकता और सशक्तिकरण का प्रतीक भी बनते हैं।
योग के महत्व को समझते हुए हम सबको यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इस दिशा में और अधिक सक्रियता से आगे बढ़ें। योगाभ्यास को समझने और अपनाने के इस प्रयास में सभी का समावेश न केवल हमें, बल्कि पूरे समाज को लाभ पहुंचाएगा।
इस प्रकार, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर महिला योग क्लब के प्रयासों का महत्व सदैव रहेगा और इससे हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सशक्त समाज का निर्माण होगा।