घोलतीर हादसा: श्रीनगर डैम से एक और शव की बरामदगी, मृतकों की संख्या सात हुई, पांच अब भी लापता
रुद्रप्रयाग: घोलतीर क्षेत्र में 26 जून को हुई दर्दनाक बस दुर्घटना में लापता व्यक्तियों की तलाश के क्रम में आज एक और शव बरामद किया गया है। यह शव श्रीनगर डैम क्षेत्र में कीर्तिनगर (जनपद टिहरी गढ़वाल) के अंतर्गत मिला, जिसकी शिनाख्त परिजनों द्वारा मयूरी सोनी (उम्र 24 वर्ष), निवासी सूरत, गुजरात के रूप में […] The post घोलतीर हासदा: श्रीनगर डैम से एक और शव बरामद, मृतकों की संख्या बढ़कर हुई सात, पांच अभी भी लापता appeared first on Pahadi Khabarnama पहाड़ी खबरनामा.

घोलतीर हादसा: श्रीनगर डैम से एक और शव की बरामदगी, मृतकों की संख्या सात हुई, पांच अब भी लापता
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रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड: घोलतीर क्षेत्र में 26 जून को घटित हुई भयानक बस दुर्घटना में एक और शव की बरामदगी ने फिर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी है। यह शव श्रीनगर डैम के कीर्तिनगर क्षेत्र में मिला है, जिससे मृतकों की संख्या अब बढ़कर सात हो गई है। वहीं, अभी भी पांच लोग लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए राहत कार्य जारी है।
दुर्घटना की पृष्ठभूमि
26 जून को घोलतीर क्षेत्र में हुई बस दुर्घटना ने पूरे उत्तराखंड में हड़कंप मचा दिया था। इस भयानक हादसे में कुल 12 लोग लापता हुए थे। प्रशासन और स्थानीय बचाव दल ने तुरंत राहत कार्य प्रारंभ किया, जिसमें अनेक गंभीर रूप से घायल यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। हालाँकि, कई लोग अभी भी लापता हैं और इस नई बरामदगी ने राहत कार्य के महत्व को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है।
मयूरी सोनी का दुःखद निधन
अभी हाल ही में बरामद शव की शिनाख्त मयूरी सोनी (24 वर्ष), निवासी सूरत, गुजरात के रूप में की गई है। उनके परिवार का कहना है कि मयूरी अपने भविष्य को बेहतर बनाने की तलाश में निकली थीं, परंतु यह सुनहला सपना एक दुखद अंत के साथ समाप्त हो गया। उनके जाने से परिवार में भारी शोक की लहर दौड़ गई है, और स्थानीय लोग भी इस दुर्घटना पर गहरा शोक मना रहे हैं।
जारी राहत कार्य
स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य में तेजी लाने का निर्णय लिया है। बचाव दल अब डैम के आस-पास के क्षेत्रों के साथ-साथ पानी के भीतर भी खोजबीन कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि जल स्तर घटने के कारण और शवों की बरामदगी की संभावना बनी हुई है। प्रशासन और बचाव दल हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि लापता व्यक्तियों का पता लगाया जा सके।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम ने स्थानीय जनता में गहरे शोक की भावना पैदा कर दी है। लोग पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं तथा नागरिक संगठन सहायता का हाथ बढ़ाने को तैयार हैं। यह स्थानीय समुदाय की एकजुटता को दर्शाता है, जिसमें लोग संघर्ष के समय एक-दूसरे का सहारा बनते हैं।
निष्कर्ष
घोलतीर हादसा हमें यात्राओं के दौरान सुरक्षा के महत्त्व का एक महत्वपूर्ण संदेश देता है। प्रशासन को इस घटना को गंभीरता से लेकर आगे की योजनाएँ बनानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ टाली जाएं। अब सभी की निगाहें लापता व्यक्तियों की खोज पर हैं। यह दुखद घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन कितना मूल्यवान है और हर एक जीवन की अहमियत है।
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लिखा: अनुजा झा, Team Dharm Yuddh