बिहार में इन कर्मचारियों की हुई बल्ले-बल्ले, नीतीश सरकार ने बढ़ाई प्रोत्साहन राशि, जानें अब मिलेंगे कितने रुपए?
CM Nitish Kumar: बिहार में इस साल चुनाव होना है। चुनाव से पहले सीएम नीतीश ने वादों की झड़ी लगा
बिहार में इन कर्मचारियों की हुई बल्ले-बल्ले, नीतीश सरकार ने बढ़ाई प्रोत्साहन राशि, जानें अब मिलेंगे कितने रुपए?
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CM Nitish Kumar: बिहार में इस साल चुनाव होना है। चुनाव से पहले सीएम नीतीश ने वादों की झड़ी लगा दी है। इसी क्रम में आज बुधवार (30 जुलाई) को भी उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया है। नीतीश सरकार ने प्रदेश में आशा और ममता कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने का फैसला किया है। इसकी जानकारी उन्होंने एक्स पोस्ट के जरिए खुद दी है।
आशा और ममता कार्यकर्ताओं की बढ़ी प्रोत्साहन राशि
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर लिखा कि, नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से हमलोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में आशा तथा ममता कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसे ध्यान में रखते हुए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के अहम योगदान को सम्मान देते हुए उनकी मानदेय राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है।
आशा कार्यकर्ताओं को अब 1 हजार रुपए की जगह 3 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव 300 रुपए की जगह 600 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी, इससे उनका मनोबल और बढ़ेगा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी।
चुनावी साल में नीतीश सरकार के 9 बड़े फैसले
- फ्री में मिलेगी 125 यूनिट बिजली
- 5 साल में 1 करोड़ नौकरियां और रोजगार की गारंटी
- 8 हजार से ज्यादा पंचायतों में बनेंगे मैरिज हॉल
- सरकारी नौकरी में लागू होगी डोमिसाइल पॉलिसी, राज्य महिलाओं को 35 परसेंट आरक्षण
- युवाओं को इंटर्नशिप के लिए मिलेंगे 6 हजार
- दीदी की रसोई में 40 की जगह 20 रुपए में मिलेगी थाली
- नई बस खरीदने पर 20 लाख देगी सरकार
- गुरु-शिष्य परंपरा योजना को मिली मंजूरी
- दिव्यांग के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना
निष्कर्ष
बिहार में नीतीश सरकार का यह निर्णय आशा और ममता कार्यकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ करेगा। इस निर्णय से एक तरफ कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा, तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर भी सुधरेगा। इस साल के चुनावों में ऐसे कई और फैसले देखने को मिल सकते हैं जो बिहार के विकास की दिशा में योगदान देंगे।
चुनावों से पहले इस तरह के कदमों से निश्चित रूप से नीतीश सरकार की छवि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा, जो लोग राज्य की राजनीति में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह निर्णय सोचने पर मजबूर करता है कि आगामी चुनावों में और कौन से ऐतिहासिक बदलाव देखे जा सकते हैं।