इस नवनिर्मित जिले में शुरू हुआ मेडिकल बोर्ड, पहले ही दिन 44 लोगों ने कराया परीक्षण
अमित पांडेय, खैरागढ़। नवनिर्मित जिले खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के नागरिकों को दिव्यांगता या अन्य चिकित्सकीय प्रमाण पत्रों के लिए अब अन्य जिलों

इस नवनिर्मित जिले में शुरू हुआ मेडिकल बोर्ड, पहले ही दिन 44 लोगों ने कराया परीक्षण
अमित पांडेय, खैरागढ़। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस नवनिर्मित जिले में अब दिव्यांगता या अन्य चिकित्सकीय प्रमाण पत्रों के लिए नागरिकों को अन्य जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। जिले में पहली बार मेडिकल बोर्ड का आयोजन सिविल अस्पताल परिसर में किया गया। इस पहल से स्थानीय नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में सुविधा मिलेगी और उन्हें लंबे सफर की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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पहले दिन की उपलब्धियां
इस मेडिकल बोर्ड का उद्घाटन कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल और सीईओ प्रेम कुमार पटेल के निर्देशन में हुआ। पहले दिन ही 33 दिव्यांगजन सहित कुल 44 लोगों का परीक्षण किया गया और उन्हें प्रमाण पत्र जारी किए गए। इस दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों और समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों की भी उपस्थिति रही, जो इस प्रक्रिया को सफल बनाने में मददगार साबित हुए।
नियमित संचालन की योजना
इस मेडिकल बोर्ड का संचालन हर माह के तीसरे बुधवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक नियमित रूप से किया जाएगा। नागरिक इस दिन अस्पताल जाकर अपना मेडिकल प्रमाण पत्र बनवा सकते हैं। यह सुविधा निश्चित रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी होगी जो स्वास्थ्य प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए दिक्कतों का सामना कर रहे थे।
प्रमाण पत्रों की प्रक्रिया
बोर्ड के माध्यम से दिव्यांगता अधिकार अधिनियम 2016 के अंतर्गत प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य सर्टिफिकेट, सरकारी सेवा, छात्रावास एवं विद्यालयों के लिए फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। इस पहल के पीछे का उद्देश्य स्थानीय नागरिकों को उनकी ज़रूरत के अनुसार तत्काल प्रमाण पत्र प्राप्त करने में मदद करना है। सीएमएचओ आशीष शर्मा ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस सुविधा का अवश्य लाभ उठाएं और अपनी ज़रूरतें पूरी करें।
निष्कर्ष
नवीनता और सुविधाएं हमेशा नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस नए मेडिकल बोर्ड की स्थापना निश्चित रूप से खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे लोगों को अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं सुलझाने में मदद मिलेगी। स्थानीय नागरिकों को इस सुविधा का जानकारीपूर्ण लाभ उठाने की आवश्यकता है।
इस तरह की सुविधाएं न केवल स्थानीय नागरिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम हैं। हम आशा करते हैं कि इस पहल के माध्यम से और अधिक नागरिकों को लाभ पहुंचेगा।
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