मोबाइल टॉवर स्थापित करने के बाद कंपनियों को देना होगा स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी सर्टीफिकेट
देहरादून: जिलाधिकार सविन बंसल के निर्देशों पर अपर जिलाधिकारी (एफआर) केके मिश्रा की अध्यक्षता में जिला टेलीकॉम कमेटी की बैठक हुई। जिसमें जनपद देहरादून के अंतर्गत टेलीकॉम टावर, दूरसंचार व 4जी मोबाइल सेचुरेशन और ब्रॉडबैंड मिशन परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए। अपर जिलाधिकारी ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देशित किया […] The post मोबाइल टॉवर स्थापित करने के बाद कंपनियों को देना होगा स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी सर्टीफिकेट appeared first on Pahadi Khabarnama पहाड़ी खबरनामा.

मोबाइल टॉवर स्थापित करने के बाद कंपनियों को देना होगा स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी सर्टीफिकेट
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देहरादून: हाल ही में, जिलाधिकार सविन बंसल के निर्देशों पर अपर जिलाधिकारी (एफआर) केके मिश्रा की अध्यक्षता में जिला टेलीकॉम कमेटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जनपद देहरादून के अंतर्गत टेलीकॉम टावर, दूरसंचार सुविधाओं, 4जी मोबाइल सेचुरेशन और ब्रॉडबैंड मिशन परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए गए। इस अधिसूचना के अनुसार, अब मोबाइल टॉवर स्थापित करने वाली टेलीकॉम कंपनियों को स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी सर्टीफिकेट देना अनिवार्य होगा।
स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी सर्टीफिकेट का महत्व
स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी सर्टीफिकेट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो सुनिश्चित करता है कि टॉवर एक निश्चित मानक के अनुरूप सुरक्षित और स्थायी हैं। यह सर्टीफिकेट टॉवर की डिजाइन, निर्माण और स्थिरता का प्रमाण प्रदान करता है। हाल के अध्ययनों से पता चला है कि कई पुराने टॉवर उचित स्थिरता की कमी के कारण दुर्घटनाओं का कारण बन रहे थे। इस नए नियम से कंपनियों को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा और जनसामान्य के लिए सुरक्षित संचार स्थापित करना होगा।
बैठक में क्या निर्णय लिए गए?
बैठक के दौरान, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा ने टेलीकॉम कंपनियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उन्हें अपने सभी स्थापित टॉवर के लिए स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी सर्टीफिकेट प्राप्त करना होगा। इसके अलावा, उन्होंने कंपनियों को आगाह किया कि बिना इस सर्टीफिकेट के, उनकी स्थापना मान्य नहीं होगी। यह निर्णय न केवल कंपनी की जिम्मेदारी को बढ़ाएगा बल्कि आम जनता को सुरक्षा और सुविधा भी प्रदान करेगा।
क्या लगता है विशेषज्ञों को?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय दूरसंचार क्षेत्र में एक नई जागरूकता लाएगा, और इससे टेलीकॉम टॉवर्स की गुणवत्ता में सुधार होगा। जैसा कि आंकड़े दर्शाते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में कई टॉवरों के गिरने की घटनाएं हुई हैं, इसलिए एक सटीक संरचना और सर्टीफिकेट होना बेहद आवश्यक है।
निष्कर्ष
इस नए निर्देश का लक्ष्य केवल टेलीकॉम कंपनियों की सेफ्टी मानकों को सुनिश्चित करना नहीं है, बल्कि आम जनता के लिए सुरक्षित संचार वातावरण का निर्माण भी करना है। उम्मीद की जा रही है कि इससे टेलीकॉम क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। इसके साथ ही, यह भी ध्यान दीजिए कि बेहतर कनेक्टिविटी के लिए साधनों का सही उपयोग सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है।
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Written by: Priya Singh, Anjali Yadav, Neha Sharma
Signed off as: Team dharmyuddh